लखनऊ

हमदर्द चेहरे में छिपी साजिश! डॉ. शाहीन ने छात्रों और मरीजों को बनाया निशाना, अलकायदा कनेक्शन के चौंकाने वाले खुलासे

Dr Shaheen News: आतंकी कनेक्शन में गिरफ्तार डॉ. शाहीन को लेकर चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। वह हमदर्द बनकर मेडिकल छात्रों और मरीजों का ब्रेनवॉश कर रही थी। जांच में उसके अलकायदा मॉड्यूल से जुड़े होने के सबूत मिले हैं, जिससे एटीएस ने जांच तेज कर दी है।

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Nov 13, 2025
हमदर्द चेहरे में छिपी साजिश! Image Source - 'X' @IANS

Dr shaheen terror links brainwash: आतंकी कनेक्शन उजागर होने के बाद डॉ. शाहीन को लेकर चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि वह हमदर्द बनकर युवाओं को आतंक की राह पर ले जाती थी। जांच एजेंसियों को शक है कि शाहीन का संबंध अलकायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट मॉड्यूल से था।

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मरीजों और छात्रों का करती थी ब्रेनवॉश

एटीएस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि शाहीन न सिर्फ मेडिकल छात्रों को बरगला रही थी, बल्कि मुस्लिम मरीजों को भी दहशतगर्दी की विचारधारा से जोड़ने की कोशिश करती थी। वह इलाज और रहनुमाई के नाम पर उनके मन में कट्टर सोच भरती थी।

डॉक्टरों की आतंकी साजिश में संलिप्तता का पुराना पैटर्न

यह पहला मामला नहीं है जब किसी डॉक्टर का नाम आतंकी गतिविधियों में आया हो। अगस्त 2024 में भी दिल्ली पुलिस, यूपी एटीएस, राजस्थान और झारखंड पुलिस ने एक बड़े अलकायदा नेटवर्क का खुलासा किया था। उस वक्त रांची के डॉ. इश्तियाक अहमद को गिरफ़्तार किया गया था, जो मॉड्यूल का सरगना बताया गया।

एटीएस अब अलकायदा मॉड्यूल की गहराई तक जा रही

शाहीन की गिरफ्तारी के बाद एटीएस अब अलकायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट मॉड्यूल से जुड़े हर व्यक्ति की जांच कर रही है। दिल्ली में भी टीम ने छानबीन की है ताकि दोनों मॉड्यूल्स के बीच के कनेक्शन को समझा जा सके।

विदेश में पढ़ाई करने वाली लड़कियों को बनाती थी टारगेट

सूत्रों के अनुसार, शाहीन विदेश में पढ़ने वाली छात्राओं से ऑनलाइन संपर्क करती थी। वह उन्हें ‘जमात उल मोमिनात’ नामक समूह से जोड़ने के लिए ब्रेनवॉश करती थी। वह ऑनलाइन गाइडेंस के नाम पर बात शुरू करती और धीरे-धीरे उन्हें संदिग्ध गतिविधियों में शामिल कर लेती।

कश्मीर तक फैला हुआ था शाहीन का नेटवर्क

जांच में यह भी सामने आया है कि शाहीन कई बार जम्मू-कश्मीर का दौरा कर चुकी है। उसका काम आतंकियों को लॉजिस्टिक सपोर्ट देना था- यानी ठिकाना, मदद और साधन जुटाना।

भाई परवेज और शाहीन का आमना-सामना अब होगा

एटीएस अब शाहीन का आमना-सामना उसके भाई डॉ. परवेज से कराने की तैयारी में है। अब तक दोनों से अलग-अलग पूछताछ हुई है, लेकिन जल्द ही दोनों से एक साथ सवाल-जवाब होंगे। इसी केस में गिरफ्तार डॉ. मुजम्मिल से भी परवेज के कनेक्शन की जांच होगी।

कीपैड फोन से करता था संपर्क, घर पर छाया सन्नाटा

सूत्रों ने बताया कि डॉ. परवेज अपने करीबियों से संपर्क में रहने के लिए सिर्फ कीपैड फोन का इस्तेमाल करता था। बुधवार को उसके घर आईआईएम रोड स्थित तकवा कॉलोनी के बाहर सन्नाटा पसरा रहा। मोहल्ले के लोग भी अपने घरों से बाहर नहीं निकले।

पड़ोसी और दोस्त अब भी हैरान

परवेज के दोस्त फारूख ने बताया कि वह अक्सर व्हाट्सएप पर इलाज की सलाह देता था और कभी खुद मिलना पसंद नहीं करता था। मोहल्ले के लोग बताते हैं कि वह पहले क्रिकेट खेला करता था, लेकिन बीते कुछ सालों से उसका आना-जाना बंद हो गया था।

पूरे इलाके में चर्चा का माहौल

डॉ. परवेज की गिरफ्तारी के बाद मुत्तकीपुर और तकवा कॉलोनी में दहशत और चर्चा का माहौल है। लोग उसके घर के बाहर जुटकर पूछताछ कर रहे हैं और पुलिस की कार्रवाई को लेकर बातें बना रहे हैं।

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