Bye-Bye Year 2025: साल 2025 में कुछ नेताओं के लिए मुश्किलें बढ़ी। इस लिस्ट में समाजवाादी पार्टी के नेता आजम खान से लेकर BJP और कांग्रेस के नेताओं का भी नाम शामिल है।
Azam Khan Latest News: साल 2025 का आज (31 दिसंबर, बुधवार) आखिरी दिन है। इस साल उत्तर प्रदेश समेत देश में कई बड़ी घटनाएं हुईं। वहीं, कुछ बड़े नेता ऐसे रहे जिनके लिए ये साल 'नागवार' गुजरा। इस लिस्ट में समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान भी नाम शामिल है।
23 सितंबर 2025: आजम खान को लेकर बड़ी खबर सामने आई। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान 23 महीने बाद जेल से रिहा हुए। जेल के अंदर से ही कार में बैठकर बाहर निकले और हाथ हिलाकर अपने समर्थकों का अभिवादन किया। जेल से निकलते ही उनके दोनों बेटे अदीब और फरहान उल्ला खान उन्हें लेने पहुंचे।
हालांकि जेल से रिहा होने के बाद लगभग 55 दिनों तक ही वह खुली हवा में रह पाए। नवंबर 2025 में उनको कोर्ट ने दोबारा जेल भेज दिया। दरअसल, 2 पैनकार्ड रखने के मामले में दोषी ठहराते हुए कोर्ट ने उन्हें 7 सालों की सजा सुनाई। इसके अलावा उन पर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी कोर्ट ने लगाया।
फिलहाल, आजम खान करीब डेढ़ महीने से रामपुर जिला जेल में सजा काट रहे हैं। हाल ही में उनकी पत्नी डॉ. तंजीम फातिमा, बड़े बेटे अदीब आजम और बहन निखत अखलाक के साथ जेल पहुंची। इस दौरान उन्होंने आजम खान से मुलाकात की। मुलाकात के बाद परिवार ने आजम खान की सेहत और जेल में मिल रही सुविधाओं को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की।
जनवरी 2025 में उत्तर प्रदेश के सीतापुर से कांग्रेस सांसद राकेश राठौर के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया। एक महिला ने उन पर शादी और राजनीतिक करियर में सहयोग का झांसा देकर करीब 4 साल तक शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया। पीड़िता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। महिला ने अपने आरोपों के समर्थन में इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य और कॉल रिकॉर्डिंग भी पुलिस को सौंपी।
मामले में कार्रवाई करते हुए राकेश राठौर को 30 जनवरी को गिरफ्तार किया गया। जिसके बाद उन्हें सीतापुर डिस्ट्रिक्ट जेल भेजा गया।
प्रतापगढ़ जिले के रानीगंज क्षेत्र में पूर्व मंत्री शिवाकांत ओझा और उनके समर्थकों के साथ मारपीट, वाहन में तोड़फोड़ के मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए BJP नेता और पूर्व विधायक, एक ब्लॉक प्रमुख समेत कुल 26 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। इनमें 6 नामजद और 20 अज्ञात आरोपी शामिल हैं।
पुलिस की माने तो रानीगंज कस्बा निवासी लालमणि तिवारी ने थाने में शिकायत दर्ज कराई कि 27 दिसंबर की रात वह पूर्व मंत्री शिवाकांत ओझा और उनके बेटे, पूर्व ब्लॉक प्रमुख पूर्णांशु ओझा के साथ समर्थकों के काफिले में रानीगंज स्थित आवास लौट रहे थे। इसी दौरान जामताली मार्ग स्थित रानीगंज रेलवे क्रॉसिंग के पास BJP नेता और पूर्व विधायक अभय कुमार उर्फ धीरज ओझा अपने भतीजे ब्लॉक प्रमुख सत्यम ओझा, भाई नीरज ओझा और उनके सहयोगी दिलीप, अखिलेश सिंह, नितेश पांडे समेत करीब 20 अज्ञात समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे।
आरोप है कि आरोपियों ने इस दौरान गाली-गलौज करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी, मारपीट की और वाहनों में तोड़फोड़ की। इसी बीच पूर्व विधायक ने पिस्टल से कार के शीशे पर प्रहार किया, जिससे गाड़ी का शीशा टूट गया। मामले की जांच की जा रही है।