लखनऊ

UP CMO Transfer: यूपी स्वास्थ्य विभाग में बड़ा फेरबदल: लखनऊ से जारी हुई सूची, 6 जिलों को मिले नए CMO

UP CMO Posting Update: उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने 6 जिलों में नए मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) तैनात किए हैं। गोरखपुर, बलिया, सुल्तानपुर, देवरिया, अंबेडकरनगर और कुशीनगर को मिले नए चेहरे। जानिए कौन कहां की कमान संभालेगा।

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Apr 07, 2025
UP CMO Transfer

UP 6 District CMO Transfer: उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सशक्त व व्यवस्थित बनाने की दिशा में राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। लखनऊ से स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एक अहम आदेश के तहत प्रदेश के 6 जिलों में नए मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (CMO) की तैनाती की गई है। यह फेरबदल न सिर्फ प्रशासनिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि ज़मीन पर स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाने की दिशा में एक रणनीतिक प्रयास भी माना जा रहा है।

यह नई तैनाती प्रदेश के विभिन्न जिलों में चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर बनाने और जिला स्वास्थ्य इकाइयों को नई ऊर्जा देने के उद्देश्य से की गई है। यह बदलाव उस समय सामने आया है जब प्रदेश में विभिन्न स्वास्थ्य योजनाएं और मिशन मोड प्रोग्राम तेजी से चल रहे हैं, और सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए लगातार प्रयासरत है।

कौन कहां बनाए गए हैं नए CMO

  • नीचे दिए गए हैं उन 6 जिलों के नाम और वहां तैनात किए गए नए CMO की जानकारी:
  • डॉ. राजेश झा – मुख्य चिकित्सा अधिकारी, गोरखपुर
  • डॉ. संजय कुमार शैवाल – मुख्य चिकित्सा अधिकारी, अंबेडकरनगर
  • डॉ. अनुपम प्रकाश भास्कर – मुख्य चिकित्सा अधिकारी, कुशीनगर
  • डॉ. संजीव वर्मन – मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बलिया
  • डॉ. भारत भूषण – मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सुल्तानपुर
  • डॉ. अनिल कुमार गुप्ता – मुख्य चिकित्सा अधिकारी, देवरिया

नए CMO की तैनाती का क्या होगा असर

इन नए अधिकारियों की नियुक्ति से इन जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी और कार्यान्वयन में नई गति आने की उम्मीद है। प्रत्येक CMO जिले के स्वास्थ्य विभाग का प्रमुख होता है और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM), मातृ-शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण अभियान, जननी सुरक्षा योजना, और अन्य योजनाओं की निगरानी करता है। विशेष रूप से गोरखपुर जैसे महत्वपूर्ण जिले में डॉ. राजेश झा की नियुक्ति से encephalitis (दिमागी बुखार) जैसे गंभीर स्वास्थ्य मुद्दों से निपटने में मजबूती आने की उम्मीद है।

तैनाती के पीछे की रणनीति क्या है

  • सूत्रों के अनुसार, इन तैनातियों के पीछे मुख्य उद्देश्य है –
  • स्वास्थ्य योजनाओं को जमीनी स्तर पर प्रभावी तरीके से लागू करना,
  • पुराने अधिकारियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन,
  • और बेहतर प्रशासनिक नियंत्रण सुनिश्चित करना।
  • राज्य सरकार पहले भी समय-समय पर जिला स्तर पर अधिकारियों के स्थानांतरण और नियुक्ति करके स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने की कोशिश करती रही है।

भविष्य की चुनौतियां और जिम्मेदारियां

नए CMO को जहां एक ओर जिले की मौजूदा स्वास्थ्य चुनौतियों से जूझना होगा, वहीं दूसरी ओर उन्हें राज्य और केंद्र सरकार की प्राथमिक स्वास्थ्य योजनाओं को भी प्रभावी ढंग से लागू करना होगा। कुछ प्रमुख जिम्मेदारियों में शामिल हैं:

  • अस्पतालों में बुनियादी ढांचे का विकास
  • मानव संसाधन की कमी को दूर करना
  • ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता बढ़ाना
  • स्वास्थ्य जागरूकता अभियान चलाना
  • कोविड, डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों पर नियंत्रण

जनता और स्वास्थ्य कर्मियों की उम्मीदें

नए CMO से स्वास्थ्यकर्मी भी उम्मीद कर रहे हैं कि विभाग में कार्यप्रणाली और सुविधाएं सुधरेंगी। जनता चाहती है कि सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की उपस्थिति, दवाओं की उपलब्धता और समय पर इलाज की व्यवस्था हो।

स्वास्थ्य मंत्री की प्रतिक्रिया

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, "सरकार पूरी तरह से स्वास्थ्य सेवाओं को जनहित में बेहतर करने के लिए प्रतिबद्ध है। नई नियुक्तियां उसी दिशा में एक और कदम हैं।" उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि आने वाले समय में और भी जिलों में सुधारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं।

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