UP STF Action: उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने लखनऊ में नकली सीमेंट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए सरगना समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। विभिन्न नामी ब्रांड्स के नाम पर सीमेंट तैयार कर सस्ते दामों में बेचने का यह नेटवर्क लंबे समय से सक्रिय था। भारी मात्रा में नकली सामग्री बरामद की गई है।
UP STF Busts Fake Cement Racket : उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को एक बड़ी सफलता मिली है। लखनऊ के बक्शी का तालाब थाना क्षेत्र में नकली सीमेंट बनाने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए STF ने गिरोह के सरगना सहित 08 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनकी गिरफ्तारी नकली सीमेंट निर्माण और ब्रांडेड कंपनियों के नाम से धोखाधड़ी करने के आरोप में हुई है। छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में नकली सीमेंट, खाली बोरी, कच्चा माल और वाहन बरामद किए गए हैं।
STF को यह कार्रवाई 05 जून 2025 को मारुति नेक्सा शोरूम के पास स्थित गोदाम पर छापा मारकर की गई। यह गोदाम नकली सीमेंट निर्माण का मुख्य अड्डा बना हुआ था।
मुख्य अभियुक्त ठाकुर प्रसाद ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह यह गोदाम ₹50,000 प्रतिमाह पर किराए पर लेकर वर्षों से नकली सीमेंट बना रहा है। पहले वह काकोरी के नरौना गांव में इस तरह की गतिविधियों में लिप्त था, जहाँ उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। वह कच्चा माल मेरठ निवासी मित्तल और शाहजहांपुर निवासी कमल किशोर शुक्ला से खरीदता था। नकली बोरी संजीत राय से प्राप्त करता था। उसके बाद मजदूरों की सहायता से गोदाम में नकली सीमेंट तैयार कर आस-पास के क्षेत्रों में आपूर्ति करता था। प्रति बोरी नकली सीमेंट पर ₹80-₹100 का लाभ कमाया जाता था। यह नकली माल बक्शी का तालाब, चिनहट, रहीमाबाद, मोहनलालगंज आदि क्षेत्रों के डीलरों को बेचा जाता था।
गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध थाना बक्शी का तालाब में मु०अ०सं० 223/2025 धारा 125, 290, 318, 342, 349 BNS एवं 63 कापीराइट एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
यह कार्रवाई पुलिस उपाधीक्षक अमित कुमार नागर, अपर पुलिस अधीक्षक STF के पर्यवेक्षण में की गई। निरीक्षक दिलीप तिवारी के नेतृत्व में उप निरीक्षक विनोद सिंह और अन्य टीम सदस्यों की तत्परता के चलते यह संगठित गिरोह धराशायी हुआ।