मथुरा

इंद्रेश उपाध्याय की शादी चर्चा में, उनके हमउम्र ये कथावाचक अभी हैं दांपत्य जीवन से दूर

Young Katha Vachak Who Are Not Married: इंद्रेश उपाध्याय की हमउम्र के कितने कथावाचकों का नहीं हुआ विवाह? जानिए लिस्ट में किस-किस का नाम शामिल है?

2 min read
Dec 05, 2025
द्रेश उपाध्याय की हमउम्र के कितने कथावाचकों का नहीं हुआ विवाह? फोटो सोर्स- फेसबुक (Indresh Upadhyay,Jaya Kishori)

Young Katha Vachak Who Are Not Married: कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय की शादी जयपुर में शिप्रा शर्मा से होने जा रही है। जब वह बारात लेकर जयपुर पहुंचे थे तो किसी राजा से कम दिखाई नहीं दे रहे थे।

ये भी पढ़ें

यूं ही नहीं 5 स्टार होटल ताज में हो रही इंद्रेश महाराज की शादी….जानें, कितनी होती है प्रसिद्ध कथावाचकों की फीस

28 साल के कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय की जयपुर में शादी

कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय की उम्र 28 साल है। इंद्रेश उपाध्याय के अलावा लगभग उनकी की उम्र के कुछ कथावाचक ऐसे हैं जो अभी दांपत्य जीवन से दूर हैं। बताते हैं आपको उनके बारे में।

जया किशोरी

30 साल की जया किशोरी श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करने के साथ-साथ एक लोकप्रिय मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं। वे बेहतरीन भजन गायिका के रूप में भी जानी जाती हैं। उनके भजनों के कई वीडियो इंटरनेट पर उपलब्ध हैं, जिनसे उन्हें अच्छी कमाई होती है। इसके अलावा, जया किशोरी देशभर में होने वाले बड़े कार्यक्रमों में हिस्सा लेती हैं।

बाबा बागेश्वर

4 जुलाई 1996 को कथावाचक बाबा बागेश्वर (धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री) का जन्म हुआ था। उनकी उम्र 29 साल है। मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम शुरू से ही चर्चाओं में रहा है। वजह है धाम के महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री। कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री को सुनने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं। छतरपुर में उनकी कथा का हिस्सा बनने के लिए लंबी लाइन लगती है।

देवी चित्रलेखा

देवी चित्रलेखा की उम्र 28 साल है। कम उम्र में ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कथाओं के माध्यम से गौ सेवा और नारी सशक्तिकरण जैसे अभियानों को अपनी आवाज दी। वे आज एक प्रभावशाली और सम्मानित आध्यात्मिक कथावाचक के रूप में जानी जाती हैं।

प्रसिद्ध कथावाचकों की फीस

मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो, भागवत कथा सेवा का शुल्क स्थानीय वक्ताओं के लिए आमतौर पर 11 हजार से 51 हजार रुपये तक रहता है। वहीं, प्रतिष्ठित और प्रसिद्ध कथावाचकों की फीस 51 हजार से लेकर 1 लाख 51 हजार रुपये प्रति आयोजन तक बताई जाती है। कथा किस शहर या राज्य में हो रही है, आयोजन समिति का बजट क्या है, कार्यक्रम का पैमाना कितना बड़ा ऐसे कई कारक हैं जो कथा वाचन की फीस तय करते हैं।

ये भी पढ़ें

‘आधार कार्ड अब जन्‍मतिथि का प्रूफ नहीं’ तो क्या SIR से नहीं जुड़ेगा वोटर लिस्ट में अब ‘मेरा’ नाम? जान लें जवाब

Also Read
View All

अगली खबर