Mathura-Vrindavan Holi Festival: मथुरा-वृंदावन में 40 दिन तक चलने वाले विश्व प्रसिद्ध होली महोत्सव की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। 7 मार्च को लड्डू होली और 8 मार्च को बरसाना की लट्ठमार होली खेली जाएगी। देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु इस रंगोत्सव में भाग लेने पहुंच रहे हैं। प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं।
Mathura Laddu Holi ब्रज भूमि में होली का पावन उत्सव पूरे 40 दिनों तक मनाया जाता है। इस वर्ष भी यह भव्य आयोजन पूरी भक्ति और श्रद्धा के साथ शुरू हो चुका है। मथुरा-वृंदावन समेत पूरे ब्रज क्षेत्र में होली का पारंपरिक और सांस्कृतिक उत्सव मनाने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु और पर्यटक पहुंचने लगे हैं।
ब्रज की प्रसिद्ध लड्डू होली 7 मार्च को खेली जाएगी, जबकि 8 मार्च को बरसाना में ऐतिहासिक लट्ठमार होली का आयोजन होगा। यह आयोजन ब्रज की अनूठी परंपरा और संस्कृति का प्रतीक है। लड्डू होली में श्रद्धालु एक-दूसरे पर प्रेमपूर्वक लड्डू बरसाते हैं, वहीं लट्ठमार होली में महिलाएं पुरुषों को प्रतीकात्मक रूप से लाठियों से खेल-खेल में प्रहार करती हैं। यह आयोजन राधारानी मंदिर के प्रांगण में होता है, जहां हजारों लोग शामिल होते हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस आयोजन में विशेष रूप से भाग लेंगे। वे बरसाना में लड्डू होली के दौरान लाडली जी के मंदिर में दर्शन करेंगे और इसके बाद राधा बिहारी इंटर कॉलेज के प्रांगण में होली महोत्सव का विधिवत शुभारंभ करेंगे।
ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने पर्यटकों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की हैं। प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, जिससे श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के इस रंगोत्सव का आनंद ले सकें। पुलिस और प्रशासन ने इस दौरान ट्रैफिक कंट्रोल, मेडिकल सहायता और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं।
ब्रज में होली केवल रंगों का त्यौहार नहीं, बल्कि भक्ति और प्रेम का महोत्सव है। इसकी शुरुआत बसंत पंचमी से होती है और 40 दिनों तक यह उत्सव चलता है। भगवान श्रीकृष्ण और राधा की प्रेम लीलाओं से जुड़े कई अनोखे आयोजन होते हैं, जो इस त्योहार को और भी भव्य बना देते हैं।
ब्रज की होली 2025 में विभिन्न स्थानों पर विशेष आयोजन होंगे, जिनकी तिथियां निम्नलिखित हैं:
ब्रज की होली का आकर्षण सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी फैला हुआ है। हर साल बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक मथुरा-वृंदावन आते हैं और ब्रज की अनोखी होली का आनंद उठाते हैं। खासकर वृंदावन की फूलों की होली और नंदगांव-बरसाना की लट्ठमार होली विदेशी पर्यटकों को बेहद आकर्षित करती है।
होली के इस पावन अवसर पर विभिन्न मंदिरों और संस्थानों में भक्ति संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। रासलीला, लोकगीत, नृत्य और भजन संध्याओं के माध्यम से श्रद्धालु इस पर्व को पूरी श्रद्धा के साथ मनाएंगे।
होली उत्सव के दौरान लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने पुख्ता सुरक्षा इंतजाम किए हैं। पुलिस और प्रशासन ने पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की है, जिससे किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इस बार सरकार ने होली महोत्सव को यादगार बनाने के लिए विशेष प्रयास किए हैं। होली को सुरक्षित, शानदार और ऐतिहासिक बनाने के लिए सरकार ने व्यापक योजना बनाई है।