Meerut News: मेरठ में 14 वर्षीय छात्रा के साथ खुलेआम छेड़छाड़ और अश्लील हरकत का मामला सामने आया है। छात्रा की हिम्मत और CCTV फुटेज के चलते आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है।
Girl harassment case in Meerut: मेरठ के किठौर इलाके में 2 अक्टूबर को हुई घटना ने पूरे शहर को हिला दिया। 14 साल की छात्रा के साथ खुलेआम छेड़छाड़ और अश्लील हरकत की गई। छात्रा अपनी मां और छोटे भाई के साथ नानी के घर से गाजियाबाद लौट रही थी, जब रास्ते में पड़ोसी युवक जानू ने उसका रास्ता रोक लिया। लड़की ने बताया कि आरोपी ने उसे मोबाइल पर गंदी वीडियो दिखाई और जब उसने विरोध किया तो उसका गला दबा दिया। छात्रा की चीख सुनकर मां मौके पर पहुँचीं तो आरोपी वहां से भाग गया।
पीड़िता ने बताया कि उसकी सांसें रुकने लगी थीं, लेकिन उसने हिम्मत जुटाकर चिल्लाया और मदद मांगी। मौके पर लोगों के आने से उसकी जान बची। घटना के बाद वह और उसकी मां तुरंत किठौर थाने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने पहले सुनवाई नहीं की। थाने में उनकी बात को हल्के में लिया गया। लड़की के मुताबिक, “अगर CCTV फुटेज न मिलता तो शायद कोई एक्शन नहीं होता।”
पुलिस ने आखिर 5 अक्टूबर को आरोपी जानू को गिरफ्तार किया। भागने के प्रयास में वह गड्ढे में गिर गया और उसका हाथ टूट गया। अगले दिन सामने आए वीडियो में जानू हाथ में प्लास्टर बांधे, बाएं हाथ से कान पकड़कर रोते हुए माफी मांगता दिखाई दिया। वह कह रहा था - “साहब, गलती हो गई, माफ कर दो।” इस वीडियो के बाद पूरे इलाके में चर्चा फैल गई और लोगों ने लड़की की बहादुरी की सराहना की।
छात्रा की मां ने बताया कि उन्होंने इससे पहले भी जानू के घरवालों को उसकी हरकतों के बारे में आगाह किया था। उन्होंने बेटे को समझाने का वादा किया लेकिन सब व्यर्थ रहा। घटना वाले दिन जब मां चॉकलेट लेने दुकान में थीं, तब लड़का पीछे से बेटी के पास आया और उसे गंदी वीडियो दिखाकर धमकाने लगा कि “गर्लफ्रेंड बन जा, नहीं तो मार दूंगा।” इस पर बेटी ने विरोध किया तो उसने उसका गला पकड़ लिया।
घटना के बाद जब पीड़ित परिवार दोबारा आरोपी के घर पहुंचा, तो जवाब मिला - “हमारे पास बहुत पैसे हैं, जो करना है कर लो।” 3 अक्टूबर को जब परिवार ने किठौर थाने में शिकायत दी, तो दरोगा ने उन्हें भगा दिया। मां ने आरोप लगाया कि पुलिस आरोपी के परिवार से मिली हुई थी। दरोगा ने कहा – क्या हम उसे मार डालें तुम्हारे कहने पर? और मुझे थाने से निकाल दिया।”
मां ने बताया कि जब CCTV सामने आया, तब ही पुलिस हरकत में आई। “मीडिया ने हमारा साथ दिया, तभी सच्चाई सामने आई।” उन्होंने कहा कि अगर कैमरे की आंख ने सच्चाई नहीं दिखाई होती, तो शायद केस दबा दिया जाता। आज वही वीडियो आरोपी के पाप का सबूत बन गया। उन्होंने कहा, “मुझे अब इंसाफ चाहिए, ताकि कोई और बेटी ऐसा डर न सहे।”
इस घटना के बाद राजनीतिक हलकों में भी बवाल मच गया। समाजवादी पार्टी ने कहा कि भाजपा सरकार में बेटियां सुरक्षित नहीं। पार्टी ने X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर लिखा कि “यूपी में महिला अपराधों में नंबर 1 राज्य बन चुका है। भाजपा के दावे सिर्फ दिखावे के हैं।” वहीं कांग्रेस ने सवाल उठाया - “कहां गया मुख्यमंत्री का रोमियो स्क्वॉड? बेटियों को दिनदहाड़े घसीटा जा रहा है और सरकार खामोश है।”