UP Crime News: यूपी के रामपुर के हेड कांस्टेबल का हनी ट्रैप गिरोह से कनेक्शन उजागर हुआ है। संभल के एक व्यापारी को ब्लैकमेल कर लाखों की वसूली करने के आरोप में पुलिस ने हेड कांस्टेबल समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
UP Crime In Hindi: उत्तर प्रदेश के रामपुर का रहने वाला डायल-112 में तैनात हेड कांस्टेबल मिर्जा रिजवान बेग हनी ट्रैप गिरोह में शामिल पाया गया। आरोप है कि वह गिरोह की महिलाओं के साथ मिलकर युवकों और कारोबारियों को फंसाता और फिर उन पर दुष्कर्म के मुकदमे में जेल भेजने की धमकी देकर वसूली करता था।
संभल के हयातनगर के रहने वाले एक व्यापारी ने बताया कि गिरोह ने उसे हनी ट्रैप में फंसाकर 5 लाख रुपये की मांग की। मौके पर ही व्यापारी से 36 हजार रुपये पेटीएम के जरिए वसूले गए। इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा और हेड कांस्टेबल की संलिप्तता सामने आने पर अफसर भी हैरान रह गए।
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए हेड कांस्टेबल मिर्जा रिजवान बेग समेत गिरोह के तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें मो. फैसल, महिला इकरा और हेड कांस्टेबल शामिल हैं। चौथा आरोपी बाबर, जो रहमतनगर गली नंबर-3 का रहने वाला है वह फरार चल रहा है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
मिर्जा रिजवान बेग वर्ष 2006 में पुलिस सेवा में भर्ती हुआ था। वह रामपुर के शाहबाद स्थित कानून गोयान का रहने वाला है। इस मामले में एसएसपी सतपाल अंतिल ने आरोपी हेड कांस्टेबल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दिए।
गिरफ्तार आरोपी मो. फैसल रहमतनगर, थाना कटघर का रहने वाला है और उसके खिलाफ पहले से आपराधिक मामले दर्ज हैं। वर्ष 2020 में मैनाठेर थाने और 2023 में मझोला थाने में उसके खिलाफ मारपीट और धमकी के मामले दर्ज हुए थे। महिला आरोपी इकरा कटघर मुस्लिम कॉलेज वाली गली की रहने वाली है, जिसे पुलिस ने जेल भेज दिया है।
इस घटना ने पुलिस महकमे पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। खाकी वर्दी पहनकर अपराध करने और हनी ट्रैप गिरोह का हिस्सा बनने से कानून व्यवस्था की छवि धूमिल हुई है। पुलिस अफसरों का कहना है कि दोषी पुलिसकर्मी को कड़ी सजा दिलाई जाएगी ताकि खाकी की गरिमा बरकरार रह सके।