Moradabad News: मुरादाबाद की एक नौंवी कक्षा की छात्रा पर शिक्षिकाओं ने "मंदबुद्धि" कहकर मारपीट की। तंग आकर छात्रा ने छत से छलांग लगा दी और गंभीर रूप से घायल हो गई। पुलिस ने कॉलेज प्रबंधक और तीन शिक्षिकाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
Student suicide attempt in Moradabad: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में रहने वाली नौंवी कक्षा की छात्रा ने अपनी शिक्षिकाओं द्वारा लगातार अपमान और मारपीट से तंग आकर आत्महत्या का प्रयास किया है। छात्रा ने अपने हाथों पर तीनों शिक्षिकाओं सोनिया, अरुणिया और शिखा के नाम लिखे और घर की छत से छलांग लगा दी। गंभीर रूप से घायल छात्रा को स्वजनों ने निजी अस्पताल में भर्ती कराया है।
जानकारी के अनुसार, छात्रा ने तीन दिन पहले स्कूल में पढ़ाई समझने में समस्या आने पर कॉलेज प्रबंधक पुरुषोत्तम से शिकायत की। प्रबंधक ने छात्रा की बातों को नजरअंदाज कर दिया। जब शिक्षिकाओं को यह पता चला, तो उन्होंने छात्रा को परेशान करना शुरू कर दिया। इसके बाद छात्रा ने प्रबंधक के पास पुनः शिकायत की, लेकिन इस बार भी कोई कार्रवाई नहीं हुई और छात्रा को कार्यालय से वापस भेज दिया गया।
छात्रा ने बताया कि तीनों शिक्षिकाओं ने उसे पूरे स्कूल के छात्र-छात्राओं के सामने "मंदबुद्धि" कहकर बुलाया और मारपीट की। इस अपमानजनक व्यवहार के कारण छात्रा मानसिक रूप से काफी आहत हो गई और घर पहुँचने के बाद उसने अपने परिवार को पूरी घटना बताई।
पुलिस के अनुसार, शुक्रवार की रात लगभग 8 बजे छात्रा ने घर की छत से छलांग लगा दी। छात्रा ने छलांग लगाने से पहले अपने हाथों पर शिक्षिकाओं के नाम लिखे थे। इस हादसे में छात्रा गंभीर रूप से घायल हो गई। उसके परिजनों ने उसे तुरंत निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है।
छात्रा के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने कॉलेज प्रबंधक पुरुषोत्तम और तीन शिक्षिकाओं सोनिया, अरुणिया और शिखा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और जांच पूरी होने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने शिक्षा जगत में एक बार फिर छात्राओं की सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि स्कूल और कॉलेज में मानसिक प्रताड़ना और अपमान के मामलों को गंभीरता से लेना आवश्यक है ताकि ऐसे खौफनाक कदम दोबारा न उठाए जाएँ।