Uddhav Thackeray Shiv Sena : महाराष्ट्र की राजनीति में अपनी पकड़ फिर से हासिल करने की कोशिश कर रहे उद्धव ठाकरे को फिर बड़ा झटका लगा है।
Maharashtra Politics : महाराष्ट्र की राजनीति में अपनी पकड़ फिर से हासिल करने की कोशिश कर रहे उद्धव ठाकरे को फिर बड़ा झटका लगा है। शिवसेना (यूबीटी) की मुंबई में प्रभावशाली महिला नेता संजना घाडी (Sanjana Ghadi) ने अपने पति, पूर्व नगरसेवक संजय घाडी (Sanjay Ghadi) के साथ एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना का दामन थाम लिया है।
बीएमसी चुनाव की तैयारी में जुटे उद्धव ठाकरे गुट के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है। 9 अप्रैल को संजना घाडी को ठाकरे गुट की प्रवक्ता के तौर पर नियुक्त किया गया था। वह मुंबई में शिवसेना (यूबीटी) की एक प्रमुख महिला चेहरा मानी जाती थीं। लेकिन अब 'मशाल' छोड़कर 'धनुष-बाण' थामकर उन्होंने साफ कर दिया है कि उद्धव खेमे में दलबदल की लहर अभी थमी नहीं है।
बता दें कि दोनों नेता ठाकरे परिवार के कट्टर समर्थकों में गिने जाते थे। जब 2022 में एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के 40 विधायकों के साथ बगावत का बिगुल फूंका था तो संजना और संजय घाडी ने इस विद्रोह में शामिल विधायक प्रकाश सुर्वे के जनसंपर्क कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था। संजना घाडी शिवसेना के अलावा राज ठाकरे की पार्टी मनसे में भी रह चुकी हैं।
मुंबई महानगरपालिका चुनाव (BMC Election) को देखते हुए उद्धव ठाकरे गुट के कई नेता एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल हो रहे हैं। मुंबई में शिवसेना के आधे से अधिक पूर्व नगरसेवक शिंदे गुट में शामिल हो गए हैं। संजना घाडी और संजय घाडी के शामिल होने से बोरीवली-दहिसर क्षेत्र में शिंदे सेना की ताकत बढ़ी है। इससे शिवसेना को आगामी बीएमसी चुनाव में वहां बड़ा फायदा हो सकता है।
हाल ही में रायगढ़ जिले में स्नेहल जगताप ने उद्धव गुट को अलविदा कह दिया और एनसीपी (अजित पवार) में शामिल हो गईं। इसके बाद, रोहा तालुका प्रमुख समीर शेडगे (Sameer Shedge) ने भी शिवसेना (UBT) के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। इससे पहले तटीय कोंकण क्षेत्र के कद्दावर नेता राजन साल्वी समेत कई बड़े नेता शिंदे की शिवसेना में शामिल हो चुके हैं।