Tiger Attack : पिछले हफ्ते चंद्रपुर में ही खेत में काम कर रहे एक व्यक्ति की बाघिन के हमले में मौत हो गई। हालांकि वन विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बाघिन को पकड़ लिया था।
महाराष्ट्र (Tiger Attack in Maharashtra) के चंद्रपुर जिले (Chandrapur) से एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसने इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। मूल तालुका के सोमनाथ क्षेत्र में तड़के एक बाघ ने 52 वर्षीय महिला पर हमला कर उनकी जान ले ली। यह हादसा समाजसेवी बाबा आमटे की परियोजना के आवासीय परिसर में घटी। मृतका की पहचान अन्नपूर्णा तुलसीराम बिलोने (52) के तौर पर हुई है।
रेंज वन अधिकारी रामचंद्र शेंडे ने बताया कि 8 सितंबर को मूल तहसील के सोमनाथ क्षेत्र में सुबह करीब पांच बजे अन्नपूर्णा अपने पति तुलसीराम के साथ रोजमर्रा के कामों में व्यस्त थीं। तभी झाड़ियों से अचानक एक बाघ निकल आया और उसने अन्नपूर्णा पर हमला कर दिया। पत्नी को बचाने के लिए तुलसीराम बाघ से भिड़ गए और लकड़ी का डंडा लेकर उसे मारने लगे। उन्होंने पूरी कोशिश की, लेकिन पत्नी को बाघ के जबड़े से छुड़ाने में सफल नहीं हो सके। इस दौरान आसपास के लोग शोर मचाते हुए मौके पर पहुंचे, जिसके बाद बाघ अन्नपूर्णा को छोड़कर जंगल की ओर भाग गया। लेकिन तब तक अन्नपूर्णा की मौत हो चुकी थी।
वन विभाग ने मृतक के परिवार को तुरंत 20 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी है। अधिकारी शेंडे ने बताया कि घटना के बाद इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है, कैमरा ट्रैप लगाए गए हैं और ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए घोषणाएं की जा रही हैं। साथ ही, बाघ को पकड़ने की अनुमति वरिष्ठ अधिकारियों से मांगी गई है। अनुमति मिलते ही एक्सपर्ट टीम के साथ अभियान शुरू किया जाएगा।
यह कोई पहली घटना नहीं है जब चंद्रपुर में बाघ ने इंसान की जान ली हो। हाल ही में 4 सितंबर को पाथरी गांव में खेत में काम कर रहे पांडुरंग भीकाजी चाचणे की बाघ के हमले में मौत हो गई थी। उस मामले में वन विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 7 सितंबर को संबंधित बाघिन को पकड़ लिया था।
लगातार हो रही इन घटनाओं ने स्थानीय लोगों के बीच गहरी चिंता और भय का वातावरण पैदा कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक बाघ को पकड़ा नहीं जाता, तब तक वह खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करेंगे।