UP Crime : पहले गूगल से जनसूचना केंद्र का नंबर खोजता था। फिर NIC कर्मचारी बनकर लेता था शिकायतों की जानकारी।
UP Crime : मुजफ्फरनगर पुलिस ने एक ऐसे शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया है जो IGRS पोर्टल से उन लोगों का नंबर उठाता था जिनके खिलाफ शिकायत की जाती थी। कॉल करके इन्हे सीएम से की गई शिकायत का डर दिखाता था और फिर कहता था कि मुझसे आकर मिल लो, चाय पानी के खर्च में शिकायत का निस्तारण करवा दूंगा। जब पुलिस ने इसे गिरफ्तार किया तो पता चला कि आरोपी पहले भी आठ बार जेल जा चुका है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुजफ्फरनगर संजय कुमार वर्मा ने बताया कि, बुढ़ाना के रहने वाले राहुल नाम के एक व्यक्ति के खिलाफ IGRS पोर्टल पर शिकायत की गई थी। शिकायत करने के बाद राहुल के पास एक कॉल आती है। कॉलर खुद को जितेंद्र बताता है और राहुल से कहता है कि वह उनकी शिकायत का निस्तारण करवा देगा। इस व्यक्ति ने फोन पर राहुल से चाय-पानी के पैसों की मांग भी की। यह ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद राहुल की ओर से बुढ़ाना थाने पहुंचकर एक लिखित तहरीर दी गई। इसी आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद जब आरोपी से पूछताछ की गई तो पता चला कि, पकड़ा गया आरोपी एमसीए है यानी कम्प्यूटर एप्लीकेशन में मास्टर है। इसने बताया कि, '' मैं पहले गूगल से जनसेवा केंद्रों के नंबर खोजता था। इसके बाद खुद को एनआईसी का कर्मचारी बताकर जनसेवा केंद्र संचालकों से मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई शिकायतों के बारे में जानकारी लेता था। इसके बाद उन लोगों को फोन करता था जिनके खिलाफ शिकायत होती थी या जिनकी ओर से शिकायत की जाती थी। इस बार खुद को सीएम पोर्टल का आधिकारी बताता था और मिलने के लिए बुलाकर उनसे मामला निपटवाने की बात कहकर पैसे की उगाही कर लेता था। पुलिस को पूछताछ में ये भी पता चला कि ये पूर्व में भी कई बार जेल जा चुका है। इसने अपना नाम जितेंद्र पुत्र जानेश निवासी मुकर्रवपुर थाना हजरतगंज संभल बताया है।