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क्या SIR के काम के बोझ तले फंसी बीएलओ की जान? तीन हफ्तों में 16 BLO ने की खुदकुशी

BLO Suicide: क्या सचमुच विशेष गहन पुनरीक्षण यानी SIR ने इतनी परेशानी पैदा कर दी कि बीएलओ अपनी जान तक जोखिम में डाल रहे हैं। आइए कुछ मामलों से इसे समझने की कोशिश करते हैं।

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Dec 05, 2025
देश में बीएलओ लगातार आत्महत्या कर रहे हैं। (Photo: IANS)

BLO Suicide in India: पिछले कुछ हफ़्तों में देश के अलग-अलग राज्यों में कई बीएलओ ने कथित तौर पर SIR के काम के अत्यधिक बोझ और वरिष्ठ अधिकारियों के दबाव को ज़िम्मेदार ठहराते हुए आत्महत्या कर ली है।

पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, केरल, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तमिलनाडु सहित 12 राज्यों में मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR Work in 12 States in India) जारी है। वहीं दूसरी ओर बीएलओ का आत्महत्या का सिलसिला भी जारी है। आइए, हम इसे अलग-अलग मामलों से समझने की कोशिश करते हैं।

उत्तर प्रदेश में 12 दिनों में 10 बीएलओ की मौत

उत्तर प्रदेश में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान ने इस सप्ताह एक और गंभीर मोड़ ले लिया है। बरेली में एक बीएलओ की ब्रेन हेमरेज से मौत हो गई। मेरठ में एक और बीएलओ ने आत्महत्या का प्रयास किया, जबकि बुलंदशहर में एक प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका ने एसआईआर कार्य से जुड़े असहनीय दबाव के चलते आत्महत्या की धमकी दी है। पिछले 12 दिनों में उत्तर प्रदेश में बीएलओ की मौतों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है, जिनमें तीन आत्महत्याएं भी शामिल हैं। पूरे देश में अबतक 16 बीएलओ ने आत्महत्या की।

मुरादाबाद में बीएलओ ने की आत्महत्या

हाल ही में मुरादाबाद के सर्वेश सिंह ने तथाकथित एसआईआर के काम के अत्यधिक दवाब के चलते आत्महत्या कर ली। इस मामले में पुलिस का कहना है कि उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक 46 वर्षीय बूथ-स्तरीय अधिकारी (बीएलओ) ने मतदाता सूची के चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) से जुड़े काम के दबाव का हवाला देते हुए कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।

कड़ी मेहनत के बावजूद नहीं हो रहा है काम पूरा इसलिए…

सर्वेश सिंह एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें वह फूट-फूट कर रोते हुए दिखाई दे रहे थे। यह भी बताया जा रहा है कि यह वीडियो उनकी आत्महत्या से ठीक पहले का है। वीडियो में वह यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि कड़ी मेहनत के बावजूद वे अपना काम पूरा नहीं कर पा रहे हैं। वीडियो में वह अपनी मां और बहन से भी माफ़ी मांगते हुए नजर आ रहे हैं और उनसे अपनी छोटी बेटियों का ध्यान रखने की विनती करते हैं।

राजस्थान में भी BLO लगा रहे काम के दबाव का आरोप

राजस्थान के धौलपुर में 30 नवंबर को तड़के एक बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) की हृदय गति रुकने से मौत हो गई। उनके परिवार का कहना है कि राज्य में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) में अपनी ड्यूटी के कारण वह दबाव में थे। परिवार का कहना है कि अनुज रविवार की रात एक बजे तक काम में व्यस्त थे, तभी उनकी तबीयत बिगड़ गई। वह बेहोश हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।

मैं जीना चाहती हूं लेकिन इस...'

पश्चिम बंगाल में बीएलओ का काम रही रिंकू तरफदार ने 22 नवंबर को कथित तौर पर काम के बोझ के तले दबकर अपनी जान दे दी। उन्होंने मौत से पहले एक सुसाइड नोट लिखा। उन्होंने लिखा, 'मैं जीना चाहती हूं, लेकिन मैं इस अमानवीय कार्यभार को सहन नहीं कर सकती।' रिंकू ने अपने सुसाइट नोट में लिखा कि उन्होंने 50 प्रतिशत काम कर लिया लेकिन डिजिटल वाला बचा हुआ हिस्सा उनके बस की बात नहीं है। उन्होंने सुसाइड नोट में यह भी लिखा, "मैं अपनी ज़िंदगी में खुश हूं। कोई समस्या नहीं है। लेकिन इतनी मामूली नौकरी के लिए वे मुझे अपनी जान लेने पर मजबूर कर रहे हैं।'

मेरी पत्नी को खुद पर इल्जाम लगाए जाने का डर था…

रिंकू के पति आशीष तरफदार उनकी घबराहट को याद करते हैं। उन्होंने पत्रकारों को बताया, "मेरी पत्नी को यह डर था कि उन पर इल्ज़ाम लगाया जाएगा। उन्होंने लगभग सब कुछ निपटा दिया था, सिर्फ़ फ़ॉर्म अपलोड करने के अलावा।"

BLO के कार्यभार को देखते हुए EC ने की ये घोषणा

पिछले दिनों चुनाव आयोग ने मौतों पर चिंता व्यक्त की और कहा है कि बीएलओ को सौंपा गया कार्यभार 1,000 मतदाताओं से अधिक नहीं होना चाहिए। चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि उसने इस शारीरिक और मानसिक रूप से थका देने वाले काम के लिए भत्ते को दोगुना कर 12,000 रुपये प्रति वर्ष कर दिया है और एसआईआर से संबंधित प्रोत्साहन राशि 2,000 रुपये कर दी है।

Updated on:
05 Dec 2025 04:42 pm
Published on:
05 Dec 2025 03:30 pm
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