Bihar Assembly Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।
Bihar Assembly Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मियों के बीच राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने बुधवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से अहम मुलाकात की। यह बैठक एनडीए गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर उत्पन्न तनाव को दूर करने के मकसद से हुई। मुलाकात करीब 45 मिनट चली, जिसमें बिहार चुनाव की रणनीति और विवादित सीटों पर विस्तार से चर्चा की गई।
कुशवाहा ने मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा, गृह मंत्री से हमारी अच्छी चर्चा हुई। बिहार चुनाव को लेकर विमर्श हुआ। उम्मीद है कि आगे कोई कठिनाई नहीं होगी। बिहार में एनडीए की सरकार निश्चित रूप से बनेगी। सभी घटक दल पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने महुआ विधानसभा सीट पर अलग से प्रेस कॉन्फ्रेंस की बात कही, जिससे स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। कुशवाहा ने जोर देकर कहा कि गठबंधन एकजुट है और सभी मतभेद बातचीत से सुलझा लिए जाएंगे।
रविवार को एनडीए ने बिहार की 243 विधानसभा सीटों का बंटवारा घोषित किया था। इसमें भाजपा और जेडीयू को 101-101 सीटें मिलीं। चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) को 29, जीतन राम मांझी की हम (सेक्युलर) को छह, जबकि उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएम को भी छह सीटें आवंटित की गईं। आरएलएम को सासाराम, मधुबनी, दिनारा, बाजपट्टी, महुआ और उजियारपुर सीटें दी गई थीं।
हालांकि, घोषणा के तुरंत बाद विवाद शुरू हो गया। दावा किया गया कि दो सीटें (महुआ और दिनारा) अन्य सहयोगियों को शिफ्ट कर दी गईं। महुआ को चिराग पासवान की पार्टी को और दिनारा को जेडीयू को आवंटित करने की खबरें आईं। कुशवाहा महुआ से अपने बेटे दीपक प्रकाश कुशवाहा को उतारना चाहते थे, जबकि दिनारा से आलोक सिंह को।
इससे नाराज कुशवाहा ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट कर लिखा, मैं आप सभी लोगों से क्षमा चाहता हूं। आपके मन के अनुकूल सीटों की संख्या आवंटित नहीं हो पाई। कई घरों में आज खाना नहीं बना होगा। लेकिन, कुछ परिस्थितियां ऐसी होती हैं, जो दिखती नहीं हैं। यह पोस्ट वायरल हो गई और गठबंधन में दरार की आशंका जताई जाने लगी।