बीजेपी सांसद खगेन मुर्मू और विधायक शंकर घोष बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों को राहत सामग्री बांटने गए थे। इस दौरान करीब 500 से ज्यादा लोगों ने वापस जाओ के नारे लगाए और सड़कें जाम कर दीं।
पश्चिम बंगाल के नागराकाटा में सोमवार को बीजेपी सांसद खगेन मुर्मू और विधायक शंकर घोष पर भीड़ ने हमला कर दिया। हमले में दोनों नेता बुरी तरह जख्मी हो गए और इसके बाद स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं बीजेपी ने हमले को टीएमसी की साजिश बताया है।
हालांकि घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। जानकारी के मुताबिक हमले के बाद बीजेपी सांसद और विधायक वहां से निकलने लगने लगे तो भीड़ ने उनकी गाड़ी पर पत्थर फेंके, जिससे उनकी कार क्षतिग्रस्त हो गई।
बता दें कि बीजेपी सांसद खगेन मुर्मू और विधायक शंकर घोष बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों को राहत सामग्री बांटने गए थे। इस दौरान करीब 500 से ज्यादा लोगों ने वापस जाओ के नारे लगाए और सड़कें जाम कर दीं। बाद में भीड़ ने दोनों नेताओं पर हमला कर दिया, जिससे वे घायल हो गए।
इस हमले के बाद राजनीतिक हंगामा मच गया। बीजेपी ने टीएमसी पर राहत कार्य में बाधा डालने के लिए हिंसा भड़काने का आरोप लगाया। बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तर बंगाल में बाढ़ और भूस्खलन के बीच उनके "असंवेदनशील जश्न" पर जनता के गुस्से के बाद वह "घबराहट की स्थिति" में हैं।
शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि नागराकाटा में खगेन मुर्मू पर क्रूरतापूर्वक हमला किया गया और उन्हें खून से लथपथ छोड़ दिया गया, जबकि शंकर घोष के वाहन को पुलिस की मौजूदगी में निशाना बनाया गया। हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने अभी तक आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने हमले को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की और इसे "टीएमसी का जंगल राज" कहा। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा- बंगाल में टीएमसी का जंगल राज! भाजपा सांसद खगेन मुर्मू, एक सम्मानित आदिवासी नेता और उत्तरी मालदा से दो बार के सांसद, पर टीएमसी के गुंडों ने उस समय हमला किया जब वह विनाशकारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के बाद राहत और बचाव कार्यों में मदद करने के लिए जलपाईगुड़ी के डुआर्स क्षेत्र के नागराकाटा जा रहे थे।