मोहन भागवत ने कहा था- हिंदू राष्ट्र की अवधारणा का सत्ता से कोई संबंध नहीं है और इसका अर्थ किसी को भी बहिष्कृत करना नहीं है।
Mohan Bhagwat Statement Controversy: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के हिंदू राष्ट्र और DNA वाले बयान पर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस ने भागवत के बयान की आलोचना की है। भागवत ने मंगलवार को नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि हिंदू राष्ट्र की अवधारणा का सत्ता से कोई संबंध नहीं है और इसका अर्थ किसी को भी बहिष्कृत करना नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि 40,000 वर्षों से अखंड भारत में रहने वाले लोगों का डीएनए एक जैसा रहा है।
मोहन भागवत के इस बयान का बीजेपी ने स्वागत किया है तो वहीं विपक्ष ने इसकी आलोचना की है। विपक्ष ने आरएसएस प्रमुख पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया है। साथ ही दावा किया है कि बीजेपी देश को धार्मिक आधार पर बांटना जारी रखे हुए हैं।
मोहन भागवत के बयान पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि आरएसएस का मूलमंत्र है - हम जो कहते हैं, वो कभी करते नहीं। इसलिए वे जो भी कह रहे हैं, वो असल में कभी करेंगे ही नहीं। उन्होंने ही नफ़रत बोई है, कभी भाषा के नाम पर, कभी क्षेत्रवाद के नाम पर, तो कभी किसी और बहाने से। यह नफ़रत आपकी अपनी ही बनाई हुई है।
वहीं कांग्रेस नेता नाना पटोले ने भी इस बयान की आलोचना करते हुए से कहा- हम जानते हैं कि आरएसएस और बीजेपी इतिहास को कैसे तोड़-मरोड़ कर पेश करते हैं। हमने हमेशा देखा है कि अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों - मंगल पांडे, चंद्रशेखर आज़ाद, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, महात्मा गांधी, सरदार वल्लभभाई पटेल ने आज़ादी की लड़ाई में अपार योगदान और बलिदान दिया। हालांकि, आरएसएस और भाजपा ने झूठ बोलने का यह चलन शुरू किया है।
दिल्ली में मोहन भागवत द्वारा दिए बयान का बीजेपी ने स्वागत किया है। बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा- यह स्पष्ट रूप से दिखाई देता है कि इस भारत के निर्माण में सभी का योगदान है और भारत का अर्थ है भगवान राम और श्री कृष्ण के वंशज, जिन्होंने प्राचीन काल से भारत का निर्माण किया है।
उन्होंने आगे कहा- कुछ लोगों ने अपनी पूजा पद्धति बदली, कुछ मुसलमान बन गए, कुछ सिख बन गए, कुछ जैन बन गए, कुछ बौद्ध या ईसाई बन गए। यहां पूजा पद्धति बदल गई, लेकिन सभी भारतीय हैं, इसलिए भारत के लोग हैं। इसीलिए कहा गया कि इस देश के लोग सनातन की उपज हैं, न कि सनातन ने भारत का निर्माण किया।