कर्नाटक कांग्रेस में सीएम पद को लेकर चल रही खींचतान के बीच बीजेपी ने कहा कि सिद्धारमैया सरकार के खिलाफ विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है।
Karnataka Congress controversy: कर्नाटक कांग्रेस में सीएम बदलने की मांग जोर पकड़ रही है। इस मुद्दे पर पार्टी आलाकमान भी नजर रख रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बताया कि जल्द ही इस मुद्दे को सुलझा लिया जाएगा और राहुल गांधी के नेतृत्व में वरिष्ठ पार्टी नेताओं की बैठक भी की जाएगी। इस बैठक में सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार भी शामिल होंगे। वहीं अब बीजेपी ने विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कह दी है। जिसके बाद प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई।
करकला से बीजेपी विधायक वासुदेवा सुनील कुमार ने कहा कि सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार की कुर्सी की लड़ाई में प्रदेश में विकास कार्य ठप्प पड़ा है। उन्होंने कहा कि इन परिस्थितियों को देखते हुए बीजेपी कर्नाटक में सिद्धारमैया की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी।
विधायक सुनील कुमार ने बताया कि कर्नाटक की सरकार जनता के बीच अपना विश्वास खो चुकी है और प्रदेश में जो चल रहा है वो सबके सामने है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्री, मंत्रियों और विधायकों के बीच आपस में ही विश्वास नहीं है। हम सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर सरकार का पर्दाफाश करेंगे।
वासुदेव सुनील कुमार ने दावा किया कि कर्नाटक में लगभग 90% मंत्री बेंगलुरु स्थित विधान सौध में बने कार्यालय में नहीं जा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि CM सिद्धारमैया ने अपनी राजनीतिक गतिविधियां मैसूर तक ही सीमित रखी हैं, तो डी. के. शिवकुमार ने खुद को दिल्ली तक सीमित कर लिया है।
विधायक सुनील कुमार ने अविश्वास प्रस्ताव के बाद NDA की सरकार बनाने पर कहा कि BJP अपने सहयोगी दलों से चर्चा करेगी। इसके बाद ही आगे की स्थिति साफ होगी।
बता दें कि गुरुवार को सिद्धारमैया खेमे में दरार तब पड़ती दिख रही है जब उनके करीबी सहयोगी, गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि अगर आलाकमान ऐसा तय करता है तो उन्हें शिवकुमार को मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है। कुछ ही मिनट बाद, सिद्धारमैया के एक और सहयोगी ज़मीर अहमद खान ने कहा कि यह शीर्ष पद 2028 तक खाली नहीं है।