शशि थरूर लगातार तीसरी बार कांग्रेस सांसदों की बैठक से अनुपस्थित रहे, जिसके कारण पार्टी से उनकी बढ़ती दूरी और असहमति की अटकलें और मजबूत हो गईं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर की पार्टी से बढ़ती दूरियां किसी से छिपी नहीं हैं। थरूर इन दिनों कई मौकों पर पीएम मोदी और सत्ताधारी बीजेपी के पक्ष में बयान दे चुके हैं जिसके बाद से कांग्रेस और उनके बीच में दरार आ गई है। समय के साथ थरूर और कांग्रेस आलाकमान में मुश्किलें सुलझने की बजाय बढ़ती रहीं और अब यह हाल है कि कांग्रेस में रहते हुए थरूर पार्टी का हिस्सा नहीं माने जा रहे हैं। इस बात का एक सबूत हाल ही में देखने को मिला जब थरूर राहुल गांधी द्वारा आयोजित कांग्रेस सांसदों की मीटिंग में नहीं पहुंचे। थरूर ने ऐसा लगातार तीसरी बार किया है।
राहुल ने शुक्रवार सुबह कांग्रेस के सभी 99 लोकसभा सांसदों के लिए बैठक बुलाई थी। इस बैठक का उद्देश्य संसद में पार्टी के प्रदर्शन की समीक्षा करना और 19 दिसंबर को समाप्त होने जा रहे संसद के शीतकालीन सत्र में बीजेपी पर अपने हमलों और रणनीति को कैसे बदला जाए इस पर चर्चा करना था। लेकिन थरूर इस मीटिंग से गायब रहे। राहुल की इस मीटिंग में थरूर के साथ-साथ चंडीगढ़ से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी भी शामिल नहीं हुए।
इस मीटिंग में शामिल होने की बजाय थरूर कोलकाता में एक शादी में हिस्सा लेने पहुंचे। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, अपने पुराने सहायक, जॉन कोशी की शादी और अपनी बहन स्मिता थरूर के जन्मदिन के लिए मैं आज कोलकाता में हूं। बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब थरूर राहुल गांधी की मीटिंग से गायब रहे हैं। इससे पहले भी वो नवंबर में राहुल द्वारा आयोजित दो बैठकों में शामिल नहीं हुए थे।
इसमें 30 और 18 नवंबर को आयोजित कांग्रेस की मीटिंग शामिल है। 30 तारीख को सोनिया गांधी की अध्यक्षता में एक रणनीति बैठक होनी तय थी। थरूर समेत कई कांग्रेस नेता 2020 में सोनिया की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठा चुके हैं। हालांकि बाद में थरूर ने मीटिंग में नहीं जाने पर सफाई देते हुए कहा था कि मैंने इसे छोड़ा नहीं, मैं केरल से आ रहा था और हवाई जहाज में था।
इससे पहले 18 नवंबर की बैठक में भी थरूर नहीं पहुंचे थे, जो कि SIR को लेकर आयोजित की गई थी। इस दौरान पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के नेतृत्व में चर्चा की गई थी। थरूर इस बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे और उन्होंने इसके पीछे स्वास्थ्य कारणों को वजह बताया था। लेकिन इस मीटिंग से एक ही दिन पहले थरूर एक निजी कार्यक्रम में शामिल हुए थे जहां पीएम मोदी ने भाषण दिया था। इसके बाद थरूर ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए पीएम मोदी की तारीफ भी की थी।
इस पोस्ट ने एक बड़े विवाद को जन्म दे दिया था। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत और संदीप दीक्षित ने पीएम के भाषण को खारिज करते हुए थरूर के बयान पर सवाल उठाए थे। दीक्षित ने तो यहां तक कह दिया था कि अगर थरूर को प्रधानमंत्री इतने ही प्रभावशाली लगते हैं, तो उन्हें कांग्रेस पार्टी छोड़ देनी चाहिए। हालांकि थरूर हमेशा से ही भाजपा में शामिल होने की बात को खारिज करते आए हैं।