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Train Accident Updates : कंचनजंगा से कैसे टकराई मालगाड़ी? लोको पायलट ने की गलती या फिर सिग्नल ने ली जान? जानिए दुर्घटना की चार गंभीर लापरवाही…

Kanchanjunga Express Accident: पश्चिम बंगाल में सोमवार सुबह एक दर्दनाक रेल हादसा हो गया। कंचनजंगा एक्सप्रेस को मालगाड़ी ने जोरदार टक्कर मार दी। इसमें 8 लोगों की मौत हो गई और 25 से अधिक लोग घायल हैं। हादसा कैसे हुआ इसकी जांच शुरू हो गई है लेकिन इस बीच चार बड़ी लापरवाहियां सामने आई हैं। आइए आपको बताते हैं वो चार लापरवाही….

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Kanchanjunga ExpressTrain Accident :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के तीसरे कार्यकाल में पहली रेल दुर्घटना पश्चिम बंगाल (West Bengal) के न्यू जलपाईगुड़ी में हुई है। इस दुर्घटना में अब तक आठ लोग मारे गए हैं और 25 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। कंचनजंगा एक्सप्रेस दुर्घटना (Kanchanjunga Express Accident) को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं लेकिन तीन सवाल ऐसे हैं जो कि रेलवे ही नहीं सभी को बुरी तरह कचोट रहे हैं। यह सवाल नहीं लापरवाही ज्यादा कही जा सकती है….

पहली लापरवाही:
भारतीय रेलवे (Indian Railways) के निर्देशानुसार उत्तर बंगाल से कोलकाता जाने वाली ट्रेनों को इस ट्रैक पर प्राथमिकता दी जाती है। जहां यह दुर्घटना हुई है वहां कोलकाता की ट्रेनों को पहले भेजा जाता है अगर ये ट्रैक खाली है तो दूसरी ट्रेनें भी निकाली जाती हैं। अब सवाल यह है कि इस ट्रैक से जब कंचनजंगा जा रही थी तो मालगाड़ी उसी ट्रैक पर कहां से आ गई? यह सबसे बड़ी लापरवाही है।

दूसरी लापरवाही:
मालगाड़ी की गति भी ज्यादा थी और वह ज्यादा माल भी परिवहन कर रही थी। वहीं कंचनजंगा की गति 60 से 70 के बीच थी। इसके कारण जब टक्कर हुई तो एक कोच हवा में लहरा गया और दो कोच के परखच्चे उड़ गए। कोच का मंजर देखकर लोगों की रूह कांप गई। गनीमत यह रही कि कोच मालगाड़ी का था नहीं तो यह बहुत बड़ा हादसा हो सकता था।

तीसरी लापरवाही:
सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि जब कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रैक पर रूकी हुई थी तो रेलवे कर्मचारियों सहित यह सूचना किसको थी। यह जानकारी अगर सबको थी तो किसकी लापरवाही के कारण एक ही ट्रैक पर दो ट्रेन चली गई।

चौथी लापरवाही:
सबसे बड़ी एक और बात यह कि दिन में करीब साढ़े आठ बजे यह हादसा हुआ था। ऐसे में दिन का समय होता है ​तो फिर मालगाड़ी के लोको पायलट को एक ट्रैक पर खड़ी ट्रेन क्यों नहीं दिखाई दी? लोको पायलट ने पूरी ट्रेन ले जाकर कंचनजंगा में ठोंक दी।

सिग्नल बना बड़ी समस्या
सिग्नल के कारण यह पहला हादसा नहीं है। ओडिशा में बालासोर में हुआ हादसा भी सिग्नल की गड़बड़ी के कारण ही हुआ था। यह हादसा भी सिग्नल की गड़बड़ी के कारण ही बताया जा रहा है। रेलवे अधिकारियों की माने तो सिग्नल में गलती के कारण ही एक ट्रैक पर दो ट्रेन आई हैं। इसके कारण अलावा कोई वजह नहीं बन रही है।

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