नई दिल्ली

सेफ ट्रैवल इन फॉग और पैनिक बटन…तीन एक्सप्रेसवे पर स्पीड लिमिट बदली, दो राज्यों में नई एडवाइजरी

घने कोहरे से बढ़ते सड़क हादसों के खतरे को देखते हुए प्रशासन एलर्ट मोड पर आ गया है। नोएडा प्रशासन ने कोहरे में सफर को लेकर एडवाइजरी जारी की है। वहीं दिल्ली में यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए पब्लिक व्हीकल्स में सेफ्टी बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

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प्रतीकात्मक तस्वीर

सर्दियों के मौसम में घना कोहरा अब जनजीवन पर सीधा असर डाल रहा है। सुबह और रात के समय हालात इतने मुश्किल हो जाते हैं कि कुछ मीटर दूर देख पाना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे हालातों में थोड़ी-सी लापरवाही कब हादसे का रूप ले लेती है पता भी नहीं चलता है। बढ़ते सड़क हादसों की आशंका को देखते हुए गौतम बुद्ध नगर जिला प्रशासन और दिल्ली सरकार ने अपने-अपने स्तर पर कदम उठाए हैं, जिससे कोहरे में सड़क हादसों को कम किया जा सके और लोग सुरक्षित रूप से ट्रैवल कर सकें। नोएडा प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है और दूसरी तरफ केंद्र सरकार भी तकनीक के जरिए लोगों की सुरक्षा को मजबूत करने का प्रयास कर रही है।

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कोहरे में सफर को लेकर एडवाइजरी

विजिबिलिटी कम होने के कारण नोएडा प्रशासन ने ‘सेफ ट्रैवल इन फॉग' एडवाइजरी जारी की है। सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (ARTO) उदित नारायण पांडेय ने बताया कि सर्दियों के मौसम में कोहरा आंखों को भ्रमित करता है, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है। इस वजह से उन्होंने लोगों से अपील की कि जब तक बहुत जरूरी नहीं हो, तब तक कोहरे में ट्रैवल करने से बचें। साथ ही प्रशासन ने सर्दियों के मौसम को ध्यान में रखते हुए नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे पर स्पीड लिमिट भी तय कर दी है। फरवरी तक हल्के वाहनों के लिए अधिकतम 75 किमी प्रति घंटा और भारी वाहनों के लिए 60 किमी प्रति घंटा की स्पीड लिमिट लागू रहेगी।

एडवाइजरी में क्या-क्या सलाह दी गई हैं?

एडवाइजरी में ड्राइवरों को सलाह दी गई है कि कोहरे में ड्राइव करते समय म्यूजिक सिस्टम और एफएम रेडियो बंद रखें, जिससे सड़क पर दूसरे वाहनों की आवाज साफ सुनाई दे सके। इसके साथ ही कम स्पीड में गाड़ी चलाने और अचानक से ब्रेक नहीं लगाने की भी सलाह दी गई है। प्रशासन का मानना है कि इन छोटी-छोटी सावधानियों से कई हादसों को रोका जा सकता है। सर्दियों में वाहन के कांच पर नमी जम जाना एक बड़ी समस्या रहती है। इसे देखते हुए ड्राइवरों को एयर कंडीशनर के इस्तेमाल से बचने की सलाह दी गई है और हल्के हीटर का उपयोग करने को कहा गया है। हवा को विंडशील्ड की ओर रखने और डिफॉगर को हल्के गर्म मोड पर चलाने की सलाह भी दी गई है। साथ ही खिड़कियां खोलने की सलाह दी गई है, ताकि अंदर की नमी बाहर निकल सके।

लाइट और ओवरटेक को लेकर खास चेतावनी

प्रशासन ने साफ कहा है कि कोहरे में हेडलाइट हमेशा लो बीम पर रखें और अगर दिन में भी धुंध रहे तो लाइट जलाकर वाहन चलाएं। पीछे से आ रहे वाहनों को अलर्ट करने के लिए जरूरत पड़ने पर हैजर्ड लाइट को काम में लिया जा सकता है। इसके अलावा कोहरे में ओवरटेक नहीं करने की सलाह भी दी गई है और आगे चल रहे वाहनों से निश्चित दूरी रखने को भी कहा गया है। दो लेन वाली सड़क पर वाहन को सड़क के बाएं तरफ और चार लेन वाली सड़क पर डिवाइडर के नजदीक चलाने की सलीह दी गई है क्योंकि कोहरे में बीच सड़क में गाड़ी चलाना सेफ नहीं है । इसके अलावा निजी वाहनों के ड्राइवरों से अपील की गई है कि वह अपने वाहनों के पीछे लाल रंग की रेट्रो-रिफ्लेक्टिव टेप जरूर लगवाएं। ARTO ने बताया कि कमर्शियल वाहनों के लिए यह पहले से अनिवार्य किया हुआ है। इस टेेप के प्रयोग से कोहरे में वाहन दूर से नजर आ जाता है और दुर्घटना होने का संभावनाएं कम हो जाती हैं।

सुरक्षा बढ़ाने के लिए बड़ा कदम

दिल्ली में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को ज्यादा सुरक्षित करने के लिए बड़ा कदम उठाया जा रहा है, केंद्र सरकार ने लोकसभा में बताया कि शहर के 64 हजार से अधिक सार्वजनिक वाहनों में व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग सिस्टम (VLTS) और पैनिक बटन लगाए जा रहे हैं, जिससे यात्रियों की रीयल-टाइम लोकेशन ट्रैक की जा सकेगी और इमरजेंसी सिचुएशन में तुरंत मदद पहुंचाई जा सकेगी। दिल्ली में लगभग 2 से 3 लाख पब्लिक व्हीकल चलते हैं और सभी में यह सिस्टम लगाना जरूरी कर दिया गया है। डीटीसी की सभी बसों में पहले से GPS और पैनिक बटन लगे हैं, लेकिन पुराने सिस्टम में कुछ समस्याएं मौजूद थीं। पुराने AIS-140 सिस्टम की कमियों को दूर करने के लिए NIC की मदद से नया और अपग्रेडेड सिस्टम तैयार किया गया है, जिससे सार्वजनिक परिवहन को पहले से ज्यादा सुरक्षित बनाने की उम्मीद है।

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