Winter Skin Care Essentials: सर्दी के मौसम में अपनी त्वचा का खास ख्याल रखना बेहद जरूरी हो जाता है, ताकि स्किन न ड्राई हो और न ही फीकी पड़े। इसलिए अपनी नाइट स्किनकेयर रूटीन में कुछ खास चीजें शामिल करके आप अपनी त्वचा को पोषित और चमकदार बना सकते हैं।
Winter Skin Care Essentials: सर्दियों में जैसे ही तापमान गिरता है, हमारी त्वचा सूखी और बेजान महसूस होने लगती है। ऐसे में सर्दी के मौसम में अपनी त्वचा का खास ख्याल रखना बेहद जरूरी हो जाता है, ताकि स्किन न ड्राई हो और न ही फीकी पड़े। इसलिए अपनी नाइट स्किनकेयर रूटीन में कुछ खास चीजें शामिल करके आप अपनी त्वचा को पोषित और चमकदार बना सकते हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि सर्दियों में रात को चेहरे पर कौन-सी 5 चीजें लगानी चाहिए, जो आपकी स्किन को सॉफ्ट, हाइड्रेटेड और ग्लोइंग बनाए रखें।
रात को सोने से पहले सबसे पहले चेहरे की सफाई करें। इसके लिए आप क्लींजर की जगह कच्चे दूध का इस्तेमाल कर सकते हैं। दूध में मौजूद लैक्टिक एसिड त्वचा की गहराई तक सफाई करता है और धूल-मिट्टी व गंदगी को हटा देता है। साथ ही यह त्वचा में नमी को बनाए रखता है, जिससे चेहरा मुलायम और ग्लोइंग दिखता है।
चेहरा धोने या क्लीन करने के बाद त्वचा को मॉइस्चराइज करना बहुत ज़रूरी है। इससे स्किन का ड्रायपन दूर होता है और नमी बरकरार रहती है। आप चाहें तो एलोवेरा जेल, नारियल तेल या किसी हल्के नैचुरल क्रीम का इस्तेमाल कर सकती हैं। सर्दियों में मॉइस्चराइजर दिन और रात दोनों समय लगाना फायदेमंद होता है।
सप्ताह में 1–2 बार चेहरे की हल्की मालिश करना भी जरूरी है। इसके लिए आप नारियल तेल, बादाम तेल या सरसों तेल का प्रयोग कर सकती हैं। मालिश से रक्त संचार बेहतर होता है, त्वचा फटने से बचती है और नैचुरल ग्लो बरकरार रहता है।
सप्ताह में एक या दो बार चेहरे पर हाइड्रेटिंग मास्क लगाएं। इससे त्वचा की गहराई तक नमी पहुंचती है और रूखापन दूर होता है। यह आपकी स्किन को सुबह तक सॉफ्ट और फ्रेश बनाए रखता है।
रोजाना धूल और प्रदूषण के कारण त्वचा पर डेड सेल्स जमा हो जाते हैं। इसलिए हफ्ते में एक बार हल्के स्क्रब या नेचुरल एक्सफोलिएटर से चेहरा साफ करें। इससे रोमछिद्र खुल जाते हैं और स्किन पर मुंहासे या ब्लैकहेड्स नहीं होते।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।