Bihar Weather मौसम विभाग के अनुसार बिहार में नो रेन डे की उलटी गिनती शुरू हो गई है। 8 सितंबर से बिहार में बारिश का एक बार फिर से सिलसिला शुरू होने की संभावना है। जो कि 18 सितंबर तक जारी रहेगा। मौसम विभाग की ओर से इसको लेकर अलर्ट जारी कर दिया है।
Bihar Weather बिहार झमाझम बारिश का इंतजार कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। नो रेन डे का बनवास खत्म होने वाला है। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो तीन दिनों में बिहार में एक बार फिर से मॉनसून सक्रिय होने वाला है। इसके बाद गर्मी और उमस से परेशान लोगों को राहत मिलने वाली है। फिर से बारिश का सिलसिला शुरू होगा। बिहार के कई जिलों में गरज चमक से साथ भारी बारिश होने की संभावना है।
05 सितंबर को पूरे बिहार में हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग ने कहीं भी तेज या भारी बारिश का अलर्ट जारी नहीं किया गया। बारिश होगी लेकिन हल्की बारिश होगी। गुरुवार को भागलपुर, शेखपुरा और मुंगेर में बेहद हल्की बारिश हुई।
मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन घंटे में बिहार के तीन जिलों में बारिश होने की संभावना है। मौसम विबाग के अनुसार बिहार के सारण, सीवान और गोपालगंज में बारिश होगी।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 10 सितंबर से मॉनसून एक बार फिर से रफ्तार पकड़ेगा। इसको लेकर धीरे-धीरे सिस्टम मजबूत हो रहा है। इसका असर 08 सितंबर से ही दिखने लगेगा। इस दिन दक्षिण बिहार के जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। इसके बाद बारिश का असर कुछ दिनों तक जारी रहेगा।
बिहार का अधिकतम तापमान 35 से 36°से बीच रिकॉर्ड किया जा रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि इसमें अगले तीन दिनों तक कोई खास बदलाव नहीं होगा। लेकिन उसके बाद इसमें 3°C तक की गिरावट होने का पूर्वानुमान है। यानी, लोगों को उमस और गर्मी से राहत मिलने की संभावना है।
मानसून के करीब ढाई माह बिहार में गुजर चुके हैं। मानसून अब यह आखिरी महीने में है। अगले महीने मानसून की विदाई शुरू जायेगी। लेकिन अभी तक बिहार में सामान्य से 30 प्रतिशत कम बारिश हुई है। बिहार में पूरे मानसून सीजन में सामान्य बारिश 1137 एमएम होनी चाहिए, लेकिन अबतक 50 प्रतिशत भी नहीं हुई है।
पटना में सामान्य से 2 प्रतिशत, गया में 18 प्रतिशत, नालंदा में 3 प्रतिशत, बांका और लखीसराय में एक-एक प्रतिशत, शेखपुरा में 9 प्रतिशन, नवादा में 8 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है. बिहार के 31 जिलों में बारिश सामान्य से कम हुई है. पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, सहरसा, सुपौल, सहित कई जिलों में 50 से 62 फीसदी तक बारिश की कमी बनी हुई है.