बिहार में उद्योग ने कृषि को पछाड़ा। NSO रिपोर्ट के अनुसार, राज्य की अर्थव्यवस्था में उद्योग का आकार पहली बार कृषि से बड़ा हुआ है, जिससे प्रति व्यक्ति आय 76,000 रुपये से ऊपर पहुँच गई है। मंत्री विजय चौधरी ने इस उपलब्धि का जश्न मनाते हुए विपक्ष पर भी जमकर निशाना साधा। चुनावी साल में यह विकास बिहार की राजनीति में नया मोड़ ला सकता है।
चुनावी वर्ष में बिहार की राजनीति गरम है और इसी बीच राज्य सरकार के कद्दावर मंत्री विजय चौधरी ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि बिहार ने विकास दर में ऐतिहासिक छलांग लगाई है। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 की NSO (राष्ट्रीय सांख्यिकीय संगठन) रिपोर्ट के अनुसार बिहार पूरे देश में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है, सिर्फ तमिलनाडु से पीछे। रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि बिहार की प्रति व्यक्ति आय 76 हजार रुपये से ऊपर पहुंच गई है। यह बिहार के आर्थिक इतिहास में एक मील का पत्थर है क्योंकि पहली बार राज्य की अर्थव्यवस्था में उद्योग का आकार कृषि से बड़ा हो गया है।
मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि अब तक बिहार में विकास दर का मूल्यांकन मुख्य रूप से कृषि क्षेत्र के आधार पर किया जाता था, लेकिन इस बार उद्योग क्षेत्र ने निर्णायक भूमिका निभाई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस उपलब्धि से विपक्ष को भी खुशी होगी क्योंकि यह बिहार की सामूहिक प्रगति का प्रमाण है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार दिन-रात जनता के लिए काम कर रही है और इसी वजह से बिहार चौमुखी विकास कर रहा है।”
विजय चौधरी ने इस मौके पर विपक्ष पर भी निशाना साधा। हाल ही में बिहार कांग्रेस द्वारा AI तकनीक के ज़रिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माँ का मज़ाक उड़ाने वाले वीडियो पर उन्होंने कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि “मज़ाक उड़ाना, गाली देना अब विपक्ष का स्वभाव बन गया है, जो उनकी हताशा को दर्शाता है।” उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति चाहे रिक्शा वाला ही क्यों न हो, यदि उसकी माँ का अपमान किया जाए तो वह विरोध करेगा, फिर देश के प्रधानमंत्री के साथ ऐसा व्यवहार क्यों स्वीकार्य होगा।
इसके अलावा, तेजस्वी यादव द्वारा दिए गए उन बयानों पर भी विजय चौधरी ने पलटवार किया जिनमें योजनाओं और अपराध को लेकर सरकार की आलोचना की गई थी। उन्होंने कहा कि “सत्ता जनता के आशीर्वाद से मिलती है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार निरंतर जनता की सेवा में जुटे हैं। अपराध के मामलों में हमारी सरकार कभी समझौता नहीं करती। पुलिस निष्पक्ष अनुसंधान करती है और दोषियों को कानून के तहत सलाखों के पीछे भेजती है।”
इस प्रकार बिहार की आर्थिक प्रगति, उद्योग क्षेत्र की बढ़ती भागीदारी, और विपक्ष पर तीखे राजनीतिक हमले ये,सभी बातें मिलकर चुनावी माहौल को और गरमा रही हैं। आगामी चुनाव से पहले बिहार सरकार अपनी उपलब्धियों को जनता के सामने रखने में कोई कसर नहीं छोड़ रही। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि विपक्ष इस पर कैसी प्रतिक्रिया देता है।