पटना

चालान माफ करवाने के लिए पटना में बवाल, पुलिस से भिड़े लोग, फिर जब एसएसपी पहुंचे तो…

गलत चालान माफ़ होने की अफवाह से पटना में हंगामा हो गया। लोगों ने पुलिस ऑफिस में हंगामा किया, SSP के पहुँचने पर स्थिति नियंत्रण में आई। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि कोई लोक अदालत नहीं लगाई गई थी, यह सिर्फ़ एक अफवाह थी।

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Sep 13, 2025
प्रदर्शन (फाइल फोटो)

पटना में शनिवार को उस समय हड़कंप मच गया जब गलत काटे गए वाहन चालान माफ कराने की उम्मीद में बड़ी संख्या में लोग पुलिस कार्यालय परिसर में इकट्ठा हो गए और जमकर बवाल काट दिया। मामला गांधी मैदान स्थित पटना पुलिस कार्यालय का है, जहाँ वाहन चालान से जुड़े दस्तावेज लेकर आए लोग सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर लोक अदालत लगने की खबर सुनकर कार्यालय पहुँच गए थे। लेकिन लोक अदालत का आयोजन न मिलने पर नाराज़ लोग पुलिस अधिकारियों से भिड़ते नजर आए।

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चालान माफ करने की फैली थी अफवाह

बताया जा रहा है कि जिले में न्यायालय द्वारा लोक अदालत के माध्यम से गलत काटे गए चालान माफ करने की अफवाह फैल गई थी। इसी सूचना के आधार पर कई वाहन मालिक और आम लोग पटना यातायात कार्यालय पहुँच गए। उन्हें उम्मीद थी कि उनके चालान बिना किसी अतिरिक्त प्रक्रिया के माफ कर दिए जाएंगे। लेकिन जब वहाँ न तो कोई लोक अदालत लगी और न ही कोई अधिकारी ऐसा आश्वासन दे रहा था, तो लोग आक्रोशित हो उठे। उन्होंने नारेबाजी की और कार्यालय में हंगामा शुरू कर दिया।

बिगड़ी स्थिति तो पहुंची पुलिस

स्थिति बिगड़ते देख गांधी मैदान थाना पुलिस, डीएसपी और अन्य अधिकारियों को मौके पर पहुँचना पड़ा। पटना के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा भी घटनास्थल पर पहुँचे और लोगों से बातचीत कर स्थिति को नियंत्रित किया। डीएसपी 2 कामख्या नारायण सिंह ने साफ कहा, “यह अफवाह है। अभी पटना में चालान माफ करने को लेकर कोई लोक अदालत नहीं लगाई गई है। यदि ऐसा कोई आदेश आएगा तो इसकी सूचना आधिकारिक माध्यमों से दी जाएगी। अनावश्यक भीड़ इकट्ठा कर हंगामा करना उचित नहीं है।”

पुलिस ने कराया शांत

पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत किया और उन्हें घर लौटने की अपील की। अधिकारियों ने यह भी बताया कि चालान माफ कराने जैसी कोई प्रक्रिया चल नहीं रही है। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान मौके पर काफी तनाव रहा लेकिन पुलिस की समझाइश के बाद हालात सामान्य हो गए। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि गलत चालान कटने से कई लोगों में नाराज़गी थी और जब उन्हें लोक अदालत की खबर मिली तो वे तुरंत वहाँ पहुँच गए। लेकिन जानकारी के अभाव में उन्हें लौटना पड़ा। कुछ लोग इसे प्रशासन की जानकारी साझा करने में चूक भी मान रहे हैं।

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Published on:
13 Sept 2025 02:38 pm
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