पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के बीच मुलाकात के बाद, बिहार में क्रिकेट को नई दिशा देने पर चर्चा तेज़ हो गई है। सोशल मीडिया पर सहवाग को बिहार क्रिकेट का ब्रांड एंबेसडर बनाने की मांग हो रही है।
बिहार में खेलों के विकास को लेकर एक नई बहस और उम्मीद ने जोर पकड़ लिया है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग से बिहार के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री सम्राट चौधरी की मुलाकात के बाद यह चर्चा तेज हो गई है कि क्या सहवाग को बिहार क्रिकेट का ब्रांड एंबेसडर बनाया जाएगा। इस मुलाकात के बाद सोशल मीडिया पर मांग उठ रही है कि बिहार क्रिकेट को नई पहचान देने के लिए सहवाग जैसे दिग्गज को आगे लाया जाए।
डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने इस मुलाकात की जानकारी अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर साझा करते हुए बताया कि वीरेंद्र सहवाग का पटना स्थित सरकारी आवास पर पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। उन्होंने लिखा, "भारत के स्टार क्रिकेटर रहे, विस्फोट बल्लेबाज के तौर पर अनेकों कीर्तिमान रचने वाले, "मुल्तान के सुल्तान" के नाम से प्रसिद्ध वीरेंद्र सहवाग जी का पटना स्थित सरकारी आवास पर आगमन हुआ। उनका पारंपरिक तरीके से हार्दिक स्वागत-अभिनंदन किया। वीरेंद्र सहवाग जी लाखों-लाख युवाओं के आदर्श रहें। उनसे बिहार की बेहतरी, खेल जगत में विशेषकर क्रिकेट को लेकर राज्य में अवसर और संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा हुई।"
बताया जा रहा है कि इस बैठक में बिहार में क्रिकेट इंफ्रास्ट्रक्चर, युवाओं के लिए अवसर, प्रशिक्षण व्यवस्था और बड़े स्तर के टूर्नामेंट आयोजित करने जैसे विषयों पर संवाद हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार सरकार खेलों को लेकर पहले से गंभीर रही है। ‘मेडल लाओ, नौकरी पाओ’ जैसी योजनाओं के जरिए खिलाड़ियों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है, ताकि युवाओं का झुकाव खेलों की ओर बढ़े। अब सरकार अंतरराष्ट्रीय और अनुभवी खिलाड़ियों के सहयोग एवं मार्गदर्शन से इस प्रयास को और मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ा रही है।
सम्राट चौधरी के पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कई यूजर्स ने साफ तौर पर मांग की कि वीरेंद्र सहवाग को बिहार क्रिकेट का ब्रांड एंबेसडर बनाया जाए। एक यूजर ने लिखा कि बिहार अब बड़े मैचों के लिए तैयार हो रहा है और सहवाग की लोकप्रियता का फायदा उठाकर राज्य में क्रिकेट का माहौल बदला जा सकता है। वहीं कुछ लोगों ने पंचायत स्तर से लेकर राज्य स्तर तक खेल प्रतियोगिताएं कराने और हर गांव में खेल मैदान विकसित करने की भी मांग की।
विकास कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा, "वीरेंद्र सहवाग की फैन फ़ॉलोइंग का फायदा उठाएं। उन्हें बिहार क्रिकेट का ब्रांड एंबेसडर बनाएं। बिहार में बहुत सारे क्रिकेट फैन हैं, बिहार में इंटरनेशनल मैच आयोजित करने पर विचार करें।" वहीं अवधेश गुप्ता ने लिखा, "लगता है वीरू कोचिंग खोलेंगे।"
अवनीश सिन्हा नाम के एक यूजर ने लिखा, "बिहार अब बड़े मैचों के लिए तैयार हो रहा है। वीरेंद्र सहवाग के लाखों फैन हैं। 11 जनवरी को बिहार में लेजेंड्स क्रिकेट मैच होने वाला है। बिहार की खेल मंत्री और इंटरनेशनल शूटर श्रेयसी सिंह ने भी राज्य में खेलों के विकास के लिए एक नया नारा दिया है कि पढ़ोगे-लिखोगे तो नवाब बनोगे, खेलोगे-कूदोगे तो सहवाग बनोगे। राजगीर में वर्ल्ड क्लास स्टेडियम तैयार है। उम्मीद है कि यह मैच वहीं खेला जाएगा।"
एसके सिंह नाम के एक यूजर ने लिखा, "सरकार को हर गांव में खेल के मैदान बनाने चाहिए। आजकल जमीन माफिया की वजह से खेल के मैदान गायब हो रहे हैं। सरकार को पंचायत लेवल पर खेल प्रतियोगिताएं आयोजित करनी चाहिए। इससे युवाओं की खेलों में दिलचस्पी बढ़ेगी और उनके शारीरिक और मानसिक विकास में मदद मिलेगी।"
सम्राट चौधरी खुद दिल्ली से वीरेंद्र सहवाग को पटना लेकर आए, जो इस बात का संकेत माना जा रहा है कि सरकार सहवाग की भूमिका को सिर्फ एक औपचारिक मुलाकात तक सीमित नहीं रखना चाहती। हालांकि, अभी तक ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन सोशल मीडिया पर इसे लेकर चर्चा तेज है।