New Potato vs Old Potatoes : अब बाजार में पुराने आलू के साथ नए आलू भी बिक रहे हैं। पर, क्या आप इस बात को लेकर दुविधा में पड़ जाते हैं कि कौन-सा आलू खाना सही होगा? डायबिटीज में किस आलू को खाना चाहिए? न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. मनोज जांगिड़ और आयुर्वेदिक डॉ. अर्जुन राज से इसके बारे में जानेंगे।
New Potato vs Old Potatoes Benefits : सर्दियों में नया आलू बाजार में आ जाता है। साथ में पुराना आलू भी बिकता है। दोनों में से कौन-सा आलू खरीदें या किस आलू को खाना सही रहेगा? इसको लेकर कंफ्यूजन रहती है। ऐसे में डायबिटीज मरीज और भी दुविधा पड़ जाते हैं कि नए वाले आलू को खाया जाए यो फिर पुराना ही खा लें। इस कंफ्यूजन को दूर करने के लिए दोनों प्रकार के आलू (Naya aur Purana aloo ke fayde) के पोषक तत्व के बारे में न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. मनोज जांगिड़ और आयुर्वेदिक डॉ. अर्जुन राज से इसके बारे में जानेंगे।
नए और पुराने आलू पर दो एक्सपर्ट्स ने अपनी राय दी है। जानिए, कौन सा आलू अच्छा है, पुराना या नया? न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. मनोज जांगिड़ और आयुर्वेदिक डॉ. अर्जुन राज ने इस बारे में पत्रिका के साथ बातचीत की है-
न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. मनोज जांगिड़ ने बताया पुराना आलू और नया आलू दोनों में सिर्फ स्वाद का अंतर नहीं होता। अगर आप पोषक तत्वों के हिसाब से तुलना करें तो ये बात स्पष्ट हो जाती है-
डॉ. अर्जुन राज कहते हैं, कोई भी चीज ताजा है तो वो अधिक फायदेमंद है। क्योंकि, पुराने आलू स्टोरेज में रखे होते हैं। इस कारण भी उसमें पोषक तत्व कम हो जाते हैं। साथ ही अगर दोनों के पोषक तत्व भी देखें तो नया आलू अधिक फायदेमंद है। साथ ही अगर पुराने आलू को सही तरीके खाएं तो वो भी फायदा पहुंचाने का काम करेगा।
डॉ. अर्जुन कहते हैं कि आलू शुगर के मरीजों को कम से कम, या नहीं खाना चाहिए। नया आलू पुराने आलू की तुलना में डायबिटीज के मरीजों के लिए सही हो सकता है। यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी की एक रिपोर्ट के अनुसार, नए आलू का GI पुराने आलू के मुकाबले कम होता है। अगर नया आलू खाते हैं तो ये खून में ग्लूकोज को धीरे-धीरे रिलीज करता है।
वहीं, रेसिस्टेंट स्टार्च की अधिकता नए आलू में अधिक होती है। इसमें प्राकृतिक रूप से रेसिस्टेंट स्टार्च अधिक पाया जाता है। यह स्टार्च पचने के बजाय फाइबर की तरह काम करता है, जो इंसुलिन सेंसिटिविटी को सुधारने में भी काफी हद तक मदद करता है।
नए आलू का छिलका बहुत पतला होता है। छिलके के साथ आलू को खाना सही हो सकता है। हार्वर्ड हेल्थ (Harvard Health) के मुताबिक, अगर आलू को छिलके सहित खाया जाए, तो इसका फाइबर शुगर के अवशोषण (Absorption) को धीमा कर देता है। वहीं, पुराने आलू का छिलका मोटा होता है तो उसको छिलके के साथ खाना मुश्किल होता है। साथ ही पचने में दिक्कत कर सकता है। इस लिहाज से भी नए आलू को खाना सही है।
नए आलू को अच्छी तरह साफ करना बहुत जरूरी है। क्योंकि, आलू खेत से निकलकर सीधे बाजार में आते हैं। छिलके में मिट्टी के साथ खतरनाक केमिकल्स, जीवाणु आदि चिपके हो सकते हैं। इससे नुकसान हो सकता है। इसलिए, नए आलू को छिलके के साथ खाने से पहले अच्छी तरह साफ करें।
डॉ. अर्जुन और डॉ. मनोज ने बताया कि आलू को बनाने के तरीके पर भी काफी कुछ निर्भर करता है।
| आलू को कैसे खाएं | आलू को कैसे नहीं खाएं |
| ठंडा करके खाएं | मैश ना करें |
| प्रोटीन और फैट के साथ मिलाएं | गर्म-गर्म न खाएं |
| सिरका या नींबू मिलाएं | छिलका ना हटाएं |
डॉ. अर्जुन कहते हैं कि अगर आप शुगर के मरीज हैं और आलू खाना चाहते हैं, तो इन 3 नियमों का पालन जरूर करें। इस हिसाब से खाना सही हो सकता है-
ठंडा करके खाएं : अक्सर आलू को उबालकर खाने की सलाह दी जाती है पर आलू को उबालने के तुरंत बाद नहीं खाना चाहिए। उसे कम से कम 12-24 घंटे के लिए फ्रिज में ठंडा होने दें। इसके पीछे का कारण ये है कि ठंडा होने पर आलू में रेसिस्टेंट स्टार्च बढ़ जाता है, जो शुगर कंट्रोल करने में सही होता है।
प्रोटीन के साथ करें पेयर: आलू को अकेले खाने से बचना चाहिए। आप आलू को पनीर, स्प्राउट्स या हरी सब्जियों के साथ मिलाकर खाएं। इससे आपको आलू खाने का फायदा मिलेगा।
सिरका या नींबू मिलाकर खाना सही : ग्लाइसेमिक लोड के कारण ही डायबिटीक लोगों को आलू को खाने से मना किया जाता है। इसलिए, भोजन में एसिड (जैसे नींबू का रस) मिलाने से आलू का ग्लाइसेमिक लोड कम हो जाता है। आप आलू को नींबू के साथ मिलाकर खाना सही होगा।
बात सिर्फ नया या पुराना आलू तक सीमित नहीं है। अगर आप गलत तरीके से आलू को खाएंगे तो उससे आपको काफी हद तक नुकसान पहुंच सकता है। शोध बताते हैं कि आलू को अगर डिप फ्राय (जैसे फ्रेंच फ्राइज या चिप्स) किया जाए, तो इसमें एक्रिलामाइड (Acrylamide) नामक खतरनाक रासायनिक तत्व पैदा हो सकता है, जो कैंसर के खतरे को बढ़ाता है।
अगर आप इस तरह से आलू को सेवन करते हैं तो आपको अधिक फायदा मिल सकता है। साथ ही डॉ. अर्जुन राज व डॉ. मनोज कहते हैं कि आम लोग बेहिचक खाएं लेकिन, डायबिटीक पर्सन एक्सपर्ट से सलाह लेकर ही सेवन करें।