Stampede in Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में दम घुटने से कुछ बुजुर्ग और महिलाएं बेहोश हो गईं, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बनी। घायलों को केंद्रीय अस्पताल में पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। एयर एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गई। दूसरी ओर, साधु-संत और श्रद्धालु शांतिपूर्वक संगम में स्नान कर रहे हैं। स्थिति नियंत्रण में है।
Mahakumbh Stampede 2025: प्रयागराज महाकुंभ में मंगलवार को भारी भीड़ के कारण कुछ बुजुर्ग और महिलाएं दम घुटने की वजह से बेहोश हो गए, जिसके चलते भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। स्थानीय प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए करीब 25-30 घायलों को केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनके इलाज के लिए डॉक्टरों की पूरी टीम मौजूद रही। घायलों को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया, और कुछ गंभीर घायलों को एयर एंबुलेंस के जरिए भी अन्य अस्पतालों में भेजने की तैयारी की गई।
महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु संगम में पुण्य स्नान के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान मेला क्षेत्र में भीड़ इतनी अधिक हो गई कि ऑक्सीजन की कमी से कुछ बुजुर्ग और महिलाएं बेहोश हो गए। उनके अचानक गिरने से मौके पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई, लेकिन प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए स्थिति को तुरंत नियंत्रित कर लिया।
हालांकि इस घटना के बाद भी महाकुंभ में स्नान का कार्यक्रम तय समय पर शुरू हुआ। अखाड़ों के संत और श्रद्धालु संगम नोज़ पर स्नान करने के लिए पहुंचने लगे। प्रशासन की मुस्तैदी के कारण स्नान शांतिपूर्ण तरीके से जारी रहा और किसी भी तरह की अप्रिय घटना नहीं घटी।
उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने साफ तौर पर कहा कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और किसी भी अप्रिय घटना की आशंका नहीं है। उन्होंने बताया कि पुलिस प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है और श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
प्रयागराज के बॉर्डर इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया।
प्रशासन और पुलिस की टीमें लगातार भीड़ प्रबंधन पर नजर बनाए हुए हैं।
मेडिकल इमरजेंसी के लिए अतिरिक्त डॉक्टरों और एंबुलेंस की व्यवस्था की गई।
घाटों पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
सीसीटीवी कैमरों से हर गतिविधि पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
महाकुंभ में अत्यधिक भीड़ के चलते दम घुटने और भगदड़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन कई कदम उठा रहा है:
इस घटना के बावजूद श्रद्धालुओं का जोश कम नहीं हुआ और वे शांतिपूर्वक संगम स्नान कर रहे हैं। भक्तों की आस्था देखते हुए प्रशासन ने व्यवस्थाओं को और मजबूत करने का फैसला किया ताकि आगे कोई समस्या न हो।