रायगढ़

बदला मौसम! इन जिलों में शीतलहर की स्थिति, तो रायगढ़ का लुढ़का पारा, जानें IMD का नया अपडेट

Weather Update: विगत तीन-चार दिन से ठंडक लगतार बढ़ रही है। ऐसे में अब देर रात तक रायगढ़ जिले का तापमान 11 डिग्री तक पहुंच जा रहा है। मौसम शुष्क होने के कारण उत्तर दिशा से ठंड हवाओं का आगमन लगातार बना हुआ है। इसकी वजह से तापमान में लगातार गिरावट आ रही है।

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Nov 25, 2024

Weather Update: रायगढ़ जिले में विगत तीन-चार दिनों से लगातार तापमान में गिरावट आ रही है। अब दिन के समय भी हल्की ठंड का अहसास हो रहा है। साथ ही शाम होते ही तापमान में लगातार गिरावट शुरू हो जा रही है। इससे रात के 12 बजे के बाद से शहर का तापमान 10-11 डिग्री तक पहुंच जा रहा है। सुबह के समय भी मार्निंग वॉक पर जाने वाले लोग ठंड को देखते हुए देर से गार्डन व पार्क में पहुंच रहे हैं।

साथ ही सुबह के समय भी ठिठुरन ज्यादा होने के कारण स्कूल जाने वाले बच्चे व पालकों को भी अब दिक्कत होने लगी है। मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर से आने वाली ठंडी व शुष्क हवाओं का आगमन लगातार बना हुआ है। इससे तापमान में गिरवाट होने से ठिठुरन बढ़ रही है। अब वातावरण के मध्य स्तर में नमी का आगमन प्रारंभ हो रहा है। इससे फिलहाल न्यूनतम तापमान 10-11 डिग्री तक ही रहने की संभावना है। फिलहाल मौसम शुष्क रहेगा।

ग्रामीण क्षेत्रों व पठार क्षेत्रो में शाम से ही शीतलहर शुरू हो रही है। लोग शाम होते ही घरों में दुबकने को मजबूर हो रहे हैं। इन दिनों सुबह-शाम ठंड काफी बढ़ने के कारण खेती-किसानी का काम भी धीमी हो गई है। मौजुदा समय में धान कटाई व मिंजाई का काम चल रहा है। ठंड की वजह से किसान सुबह 9 बजे के बाद ही खेतों में पहुंच रहे और शाम 4 बजते तक घर लौट जा रहे हैं।

3 संभागों में शीतलहर का असर

क्या कहते हैं विशेषज्ञ

इस संबंध में डाक्टरों का कहना है कि एकाएक ठंड बढ़ने के कारण लोगों के सेहत पर असर पड़ रहा है। इन दिनों ज्यादातर मरीज सर्दी-खांसी व बुखार से पीड़ित होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। डाक्टरों का कहना है कि इन दिनों बुजुर्ग व बच्चों को ज्यादा बचाने की जरूरत है। क्योंकि ठंड के चलते बीपी, शुगर के मरीजों को लकवा का खतरा ज्यादा रहता है। इससे बीपी, शुगर के मरीजों को ठंड से बचना बेहद जरूरी है। साथ ही बच्चों में निमोनिया का भी खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में बच्चों को गर्म कपड़ों से पूरी तरह से ढंक कर रखना चाहिए, ताकि शरीर में ठंड प्रवेश न करें।

पठार क्षेत्रों में शुरू हुई शीतलहर

विगत सप्ताहभर से लगातार तापमान में गिरावट आने के साथ-साथ शीतलहर भी शुरू हो गई है। सुबह 8 बजे तक कोहरा होने के कारण किसान देरी से खेतों में पहुंच रहे हैं। वहीं शहर में रात 10 बजे के बाद ठिठुरन ज्यादा बढ़ने के बाद जगह-जगह अलाव जलाना शुरू हो जा रहा है। क्याेंकि इन दिनों रात में सफर करने वाले यात्री बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन के बाहर अलाव का सहारा लेते नजर आते हैं। इस संबंध में यात्रियों का कहना है कि ठंडी हवा के साथ ठिठुरन बढ़ने से बचने के लिए अलाव से ही राहत मिल रहा है। जिससे इन दिनों शहर के चौक-चौराहों पर रात 10 बजे से ही अलाव सुलगने लग रहा है।

Published on:
25 Nov 2024 02:22 pm
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