CG News: रजिस्ट्री के साथ ऑटो नामांतरण होना शुरू हो गया है, लेकिन नामांतरण के करीब 500 पुराने मामले तहसील कार्यालय में पेंडिंग हैं।
CG News: आम लोगों को सुविधा देने के लिए जमीन खरीदारों के लिए ऑटो नामांतरण सिस्टम बनाया गया है। इसके तहत जमीन की रजिस्ट्री होते ही नामांतरण हो जाता है, लेकिन यह सिस्टम लैट खरीदने वालों के लिए परेशानी पैदा कर रहा है।
रायपुर विकास प्राधिकरण (आरडीए) से फ्लैट कराने वालों की रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है। रजिस्ट्री के लिए अपॉइंटमेंट भी नहीं मिल रहा है। रजिस्ट्री कार्यालय वाले उन्हें संबंधित पटवारी-तहसीलदार के पास भेज रहे हैं। उनकी अनुमति के बाद ही रजिस्ट्री होना बताया जा रहा है। कमल विहार में आरडीए के लैट खरीदने वालों को ज्यादा परेशानी हो रही है।
आरडीए या हाउसिंग बोर्ड से फ्लैट खरीदने वालों को नामांतरण कराने की जरूरत नहीं रहती है। इसके बावजूद ऑटोमेटिक सिस्टम में फ्लैट की रजिस्ट्री बाधित हो रही है। आरडीए से फ्लैट खरीदने के बाद रजिस्ट्री कराने पहुंच रहे, कई लोगों को यह परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रजिस्ट्री कार्यालय वाले अपॉइंटमेंट ही नहीं दे रहे हैं।
पिछले दिनों रजिस्ट्री के सिस्टम में ऑटो नामांतरण की सुविधा भी शुरू की गई है। इसके तहत अब जो भी नई रजिस्ट्री हो रही है, उसका नामांतरण भी हो रहा है। जब से यह सिस्टम शुरू हुआ है, तब से आरडीए से लैट खरीदने वालों को समस्या हो रही है।
CG News: रजिस्ट्री के साथ ऑटो नामांतरण होना शुरू हो गया है, लेकिन नामांतरण के करीब 500 पुराने मामले तहसील कार्यालय में पेंडिंग हैं। इसमें पटवारी और तहसीलदार की अनुमति आवश्यक है। इसके बाद ही नामांतरण हो पाएगा।
विनोज कोचे, रजिस्ट्रार, रायपुर: इस तरह की तकनीकी समस्या सामने आई है। इसकी जानकारी एनआईसी, तहसील सहित अन्य अधिकारियों को दी गई है। इस समस्या को जल्द दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।