Rampur News: समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने अपनी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि बिना लिखित आदेश के भेजे गए सुरक्षाकर्मियों पर कैसे भरोसा किया जाए कि वे असली पुलिसकर्मी हैं।
Azam khan questions police security in rampur: रामपुर में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आजम खान ने अपनी सुरक्षा बहाली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। मंगलवार को एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें किसी भी प्रकार की लिखित जानकारी नहीं दी गई है। उन्होंने तीखे शब्दों में कहा - “कैसे भरोसा करूं कि वर्दी में हथियारबंद लोग वाकई पुलिस के हैं?”
आजम खान ने आरोप लगाया कि न तो शासन की ओर से और न ही सुरक्षा देने वाली एजेंसियों की तरफ से उन्हें कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि वाई-श्रेणी सुरक्षा व्यवस्था में गाड़ी उपलब्ध कराई जाती है, लेकिन अभी तक उन्हें कोई वाहन नहीं मिला। उन्होंने सवाल उठाया कि जब कोई लिखित आदेश नहीं दिया गया, तो वे कैसे मान लें कि यह सुरक्षा वैध है।
पूर्व मंत्री ने आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए कहा कि वे उन सुरक्षाकर्मियों के लिए वाहन की व्यवस्था करने की स्थिति में नहीं हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने शासन को संदेश भेजकर अनुरोध किया है कि इन कर्मियों की गाड़ी की भी व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा, “हमें इलाज के लिए अक्सर दिल्ली जाना होता है, ऐसे में सुरक्षाकर्मी बिना वाहन के कैसे जाएंगे?”
आजम खान ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि सरकार ने कभी मकान बनवाए, फिर वही सरकार उन्हें गिरवाती भी रही। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “घर सरकार ने बनवाए, सरकार ने खाली कराए, लेकिन सजा मुझे दी गई, मुकदमे मुझ पर लगाए गए।” उनका कहना था कि ऐसी स्थिति में दी जा रही सुरक्षा पर भरोसा करना मुश्किल है।
पूर्व मंत्री का कहना है कि उन्हें नहीं लगता कि यह सुरक्षा उनके हित में है। उन्होंने कहा कि अतीत के अनुभवों को देखते हुए उन्हें डर है कि यह सुरक्षा कहीं दिखावे का साधन न हो। उन्होंने कहा, “सरकार की नीयत पर भरोसा नहीं किया जा सकता।