Azam Khan News : समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। 100 से अधिक मामलों में से सिर्फ अब तक 13 मामलों में ही फैसला आया है।
रामपुर : समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। उनके खिलाफ कुल 100 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से अधिकांश रामपुर में ही हैं। इनमें से अब तक 13 मामलों में अदालतों ने फैसला सुनाया है। 7 में उन्हें दोषी ठहराया गया है, जबकि 6 में बरी कर दिया गया है। बाकी 78 से अधिक मामले अभी लंबित हैं।
हालिया बड़ा झटका 17 नवंबर 2025 को लगा, जब रामपुर की विशेष एमपी/एमएलए अदालत ने आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खान को फर्जी पैन कार्ड मामले में 7 साल की सजा सुनाई। इस मामले में दोनों को धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक षड्यंत्र के आरोप में दोषी ठहराया गया। अदालत ने दोनों पर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया। इस सजा के बाद कई अन्य मामलों में उनकी जमानत रद्द हो गई, जिससे वे फिलहाल रामपुर जेल में बंद हैं।
11 दिसंबर 2025 को रामपुर की ही अदालत ने आजम खान को 2017 के एक पुराने मामले में बरी कर दिया, जिसमें उन पर भारतीय सेना के बारे में विवादित टिप्पणी करने का आरोप था। भाजपा नेता आकाश सक्सेना की शिकायत पर दर्ज इस मामले में अदालत ने सबूतों के अभाव में उन्हें क्लीन चिट दे दी। यह छठा केस है, जिसमें आजम खान बरी हुए। इससे पहले भी कुछ मामलों में उन्हें राहत मिली है, जैसे भड़काऊ भाषण और अन्य विवादित बयानों से जुड़े केस।
| श्रेणी | संख्या | विवरण |
|---|---|---|
| कुल दर्ज मामले | 100 से अधिक | अधिकांश 2017 के बाद दर्ज, रामपुर केंद्रित |
| फैसला आए मामले | 13 | - |
| दोषसिद्धि | 7 | मुख्य रूप से जालसाजी और भूमि विवाद से जुड़े |
| बरी | 6 | सबूतों के अभाव में |
| लंबित मामले | 78+ | बेल रद्द होने की प्रक्रिया कई में चल रही |
आजम खान के खिलाफ ज्यादातर मामले भूमि हड़पने, फर्जी दस्तावेज, भड़काऊ भाषण और जौहर यूनिवर्सिटी से जुड़े विवादों से संबंधित हैं। सपा इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताती है, जबकि भाजपा इसे कानून का शासन मानती है। आजम खान की उम्र 76 साल हो चुकी है और स्वास्थ्य समस्याओं के बावजूद उनकी कानूनी लड़ाई जारी है। कई दोषसिद्धियों के खिलाफ वे हाईकोर्ट में अपील कर चुके हैं।
आजम खान पर अकेले 33 मामले भारतीय जनता पार्टी से विधायक आकाश सक्सेना ने दर्ज करवाए। इनमें कई मुकदमों में आकाश सक्सेना वादी भी हैं। आकाश सक्सेना का परिवार भारतीय जनता पार्टी से कई दशक से जुड़ा रहा है। उनके पिता भी कई बार विधायक रह चुके हैं।