Haridwar Mansa Devi Accident: हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में दर्दनाक हादसे में रामपुर के तीन युवकों की मौत हो गई। करंट की चपेट और भगदड़ ने तीन परिवारों से उनके बेटे और भाई छीन लिए।
Mansa Devi Stampede News In Hindi: हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में रविवार तड़के हुए दर्दनाक हादसे ने उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के तीन परिवारों को गम में डुबो दिया। हादसे में रामपुर के तीन युवकों की मौत हो गई, जिनकी उम्र 18 से 22 वर्ष के बीच थी। ये तीनों युवक कांवड़ यात्रा पर निकले थे और मां मनसा देवी के दर्शन करने पहुंचे थे, लेकिन वहां अचानक गिरी हाई वोल्टेज तार की चपेट में आकर तीनों की जान चली गई।
रामपुर के बिलासपुर, अजीमनगर और स्वार के रहने वाले ये युवक किसी का बेटा थे, तो किसी का भाई, लेकिन अब उनके घरों में मातम पसरा है।
बिलासपुर के मझरा गांव निवासी टीकाराम सैनी का 20 वर्षीय पुत्र विक्की सैनी बीए द्वितीय वर्ष का छात्र था। वह शनिवार रात को अपने तहेरे भाई सचिन सैनी के साथ बाइक द्वारा डाक कांवड़ लेने के लिए हरिद्वार रवाना हुआ था।
उसी यात्रा में साथ जा रहा था विक्की का रिश्तेदार विपिन सैनी (20), जो काशीपुर निवासी रघुवीर सिंह का बेटा था, लेकिन लंबे समय से अजीमनगर थाना क्षेत्र के गांव बहादुरगंज में अपने मामा के घर रह रहा था। विपिन मिठाई की दुकान में काम करता था।
दोनों युवक अपने दोस्तों जय किशन और सचिन के साथ हरिद्वार पहुंचे। वहां गंगा स्नान करने के बाद मनसा देवी मंदिर में प्रसाद चढ़ाने गए। दर्शन के दौरान अचानक मंदिर के ऊपर से गुजर रही बिजली की हाई वोल्टेज तार टूटकर नीचे गिर गई। तेज करंट की चपेट में कई श्रद्धालु आ गए और भगदड़ मच गई। इसी भगदड़ में विक्की और विपिन गंभीर रूप से झुलस गए।
घटना की जानकारी मिलते ही एनडीआरएफ और पुलिस की टीम ने मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। जहां इलाज के दौरान दोनों युवकों की मौत हो गई।
गांव की प्रधान सविता देवी के पति चौधरी लोकेन्द्र सिंह ने बताया कि मृतक विक्की चार भाई-बहनों में सबसे छोटा था। उसके बड़े भाई राजकुमार की शादी हो चुकी है, जबकि दोनों बहनें अभी अविवाहित हैं। विक्की के पिता टीकाराम सैनी एक सीमेंट की दुकान पर मुनीम की नौकरी करते हैं। बेटे की मौत की खबर से पूरा परिवार सदमे में है।
तीसरा मृतक विशाल मौर्य (21) स्वार कोतवाली के गांव धनौरी का रहने वाला था। विशाल की 11 साल पहले पिता की मौत हो चुकी थी और वह ही घर का इकलौता कमाने वाला था। वह शनिवार रात गांव से एक बस द्वारा दोस्तों के साथ हरिद्वार गया था।
रविवार को सभी लोग मां मनसा देवी के दर्शन के लिए जा रहे थे कि उसी दौरान मंदिर के पास बिजली का तार टूटकर गिरा और भगदड़ मच गई। भगदड़ के दौरान विशाल नीचे दब गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
जब हादसे की जानकारी ग्रामीणों को मिली, तो परिजनों ने विशाल को कई बार फोन किया, लेकिन हरिद्वार पुलिस ने कॉल उठाकर उन्हें उसकी मौत की सूचना दी। यह खबर सुनते ही घर में कोहराम मच गया। विशाल की मां और बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
तीनों युवकों की मौत की खबर जब रामपुर पहुंची, तो तीनों घरों में चीख-पुकार मच गई। परिजन जैसे-तैसे खुद को संभालते हुए शव लेने के लिए हरिद्वार रवाना हुए। अब तीनों गांवों में मातम पसरा हुआ है। गांव के लोग भी गमजदा हैं और परिजनों को ढांढस बंधा रहे हैं।
यह हादसा कहीं न कहीं सवाल भी खड़े करता है क्या धार्मिक स्थलों पर इतनी भीड़ को संभालने की कोई योजना नहीं थी? मंदिर के ऊपर से हाई वोल्टेज तार क्यों गुजर रहा था? हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। परिजनों ने जांच और मुआवजे की मांग की है।