Relationship Trends: रिलेशनशिप में जहां दो लोग अपने रिश्ते में प्यार और समझ घोलते हैं, वहीं अब रिश्तों को तोड़ने का एक नया ट्रेंड सामने आया है । जिसका नाम है 'Banksying'। सोशल मीडिया पर यह ट्रेंड तेजी से वायरल हो रहा है, जहां लोग इसके मतलब और असर को जानने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
Relationship Trends: आज की डिजिटल दुनिया में रिश्ते जितनी जल्दी बनते हैं, उतनी ही तेजी से बिगड़ते भी हैं। आपने देख ही लिया होगा कि हर साल रिलेशनशिप की दुनिया में कोई न कोई नया ट्रेंड सामने आता है, जैसे कभी 'Ghosting', कभी 'Breadcrumbing', तो कभी 'Orbiting'। अब एक और नया और खतरनाक ट्रेंड आया है और हां, उसका नाम है 'Banksying'। कई लोगों को सुनकर हैरानी होती है कि अब ये नया ट्रेंड वर्ड क्या है और इसका मतलब रिश्तों में क्या है। आइए जानते हैं कि क्या है ये ‘Banksying’, यह कैसे काम करता है और क्या आप भी इसके शिकार हो रहे हैं?
‘Banksying’ शब्द मशहूर ब्रिटिश स्ट्रीट आर्टिस्ट Banksy के नाम से लिया गया है, जो अचानक प्रकट होते हैं, एक प्रभाव छोड़ते हैं, और फिर बिना चेतावनी के गायब हो जाते हैं। ठीक इसी तरह रिलेशनशिप में Banksying तब होता है जब कोई व्यक्ति अचानक आपके जीवन में आता है, आपको इमोशनली इन्वॉल्व कर देता है, और फिर बिना किसी स्पष्ट कारण या closure के गायब हो जाता है।यह Ghosting से थोड़ा अलग है क्योंकि इसमें शुरुआत में काफी ज्यादा इमोशनल कनेक्शन और Involvement होता है, जिससे धोखा और दर्द और गहरा हो जाता है।
कुछ लोग काफी इमोशनल होते हैं कि वे केवल अपनी जरूरतों और इच्छाओं को प्राथमिकता देते हैं। ऐसे लोग अक्सर दूसरों की भावनाओं को समझने या उनके प्रति संवेदनशील होने में असफल रहते हैं। इमोशनल इंटेलिजेंस की कमी, स्वार्थी सोच, और असुरक्षा या अतीत के नकारात्मक अनुभव उन्हें ऐसा व्यवहार करने के लिए प्रेरित करते हैं। कई बार वे अपने अकेलेपन या आंतरिक खालीपन को भरने के लिए किसी के साथ जुड़ते हैं, लेकिन जब उनका मकसद पूरा हो जाता है, तो वे अचानक दूरी बना लेते हैं या बिना किसी जवाब के गायब हो जाते हैं।
तेजी से इमोशनल कनेक्शन बनाना – शुरुआत में बहुत गहराई से जुड़ना।
आपके साथ भविष्य की प्लानिंग करना – शादी, ट्रैवल या बच्चों की बातें तक।
अचानक बदल जाना – बातों में रुचि खत्म और जवाब गायब।
बिना कोई सफाई दिए गायब हो जाना – कॉल, मैसेज, सोशल मीडिया पर पूरी तरह कट जाना।
कभी-कभी फिर से लौट आना – ताकि फिर वही शुरू हो सके।
जल्दी इमोशनली इन्वॉल्व न हों – जान-पहचान को समय दें।
सिग्नल्स को पहचानें – अगर कोई बहुत जल्दी क्लोज हो रहा है तो सतर्क रहें।
खुलकर बातचीत करें – कोई भी बात मन में न रखें, खुलकर साझा करें।
खुद को प्राथमिकता दें – आपका मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य सबसे अहम है।
जरूरत हो तो पेशेवर मदद लें – अगर हालात आप पर ज्यादा असर डाल रहे हैं, तो थैरेपी लेने में हिचकें नहीं।