
Hidden Camera in Hotel: प्रतीकात्मक फोटो, डिजाइन- पत्रिका
How to Check Hidden Camera: होटल का कमरा, शो रूम के ड्रेस चेंजिंग रूम, सार्वजनिक शौचालय जैसे स्थानों पर सीक्रेट कैमरा लगे होते हैं। अक्सर न्यूज में इस तरह की खबरों को हम पढ़कर डर भी जाते हैं। क्योंकि, अक्सर हम होटल जाते हैं या सार्वजनिक शौचालय आदि का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में इन छिपे हुए कैमरों से बचने का तरीका ही हमारे डर को खत्म कर सकता है। चलिए, हम कुछ जरूरी बातों के जरिए इसका समाधान जान लेते हैं।
अपनी आंखों से देखी चीज पर भरोसा होगा। इसलिए किसी App या फोन से चेक करने से पहले आपको खुली आंख से निम्नलिखित स्थानों को जरूर चेक करना चाहिए।
हिडन कैमरा को सार्वजनिक जगहों पर लगाया जाता है। क्योंकि, यहां पर क्राइम करने वाले आसानी से आ जा सकते हैं। इसलिए आपको ना केवल होटल बल्कि अन्य भी सार्वजनिक स्थानों का इस्तेमाल करने से पहले चेक कर लेना चाहिए। उन स्थानों के नाम निम्नलिखित हैं-
1 - होटल रूम
2 - सार्वजनिक शौचालय
3 - शॉपिंग मॉल के चेंजिंग रूम
4 - बस या ट्रेन के शौचालय में
अब होटल या शौचालय के किन स्थानों को चेक करें, ये बात भी जान लेनी चाहिए। दरअसल, साइबर अपराधी उन जगहों पर कैमरा लगाते हैं जहां से प्राइवेट वीडियो आसानी से बन जाए। इसलिए वैसे संभावित स्थानों को अवश्य चेक करें। जैसे कुछ प्रमुख ठिकानों का नाम नीचे दिए हुए हैं-
सीक्रेट कैमरों को आप अपने फोन के जरिए आसानी से चेक कर सकते हैं। साइबर एक्सपर्ट के मुताबिक, कमरे की लाइट बंद कर देनी है और अपने फोन के कैमरे को ऑन करके संभावित जगहों (उपरोक्त बताए स्थान) पर कैमरे से जाकर देखें। आप चाहें तो वीडियो बना लें। इसके बाद कैमरे से रिकॉर्ड वीडियो को देखें। जहां पर कैमरा लगा होगा वहां से संभवत: लाइट (LED) आएगी। इस तरह से आप छिपे कैमरे का पता चल सकता है।
फोन का फ्लैशलाइट कमर में छिपा कैमरा खोजने के काम आ सकता है। इसके लिए पहले कमरे की लाइट बंद करें और फिर उसके बाद फोन के कैमरे का फ्लैशलाइट ऑन करें। इसके बाद संभावित जगहों पर जाकर देखें। फ्लैशलाइट के कारण छिपा कैमरा चमक सकता है, इस तरह से आपको पता भी चल सकता है।
हिडन कैमरा को एप के जरिए चेक किया जा सकता है। इसके लिए कई एप आपको मिल जाएंगे। मगर, एप को चुनते वक्त साइबर सुरक्षा का ध्यान रखें। इसके बाद आप एप की मदद लेकर अपना ये जरूरी काम कर सकते हैं।
अगर आपको होटल में कैमरा मिल जाए तो उसका वीडियो बनाएं। साथ ही आप लोकल पुलिस को तुरंत बता सकते हैं। इससे पुलिस जांच पड़ताल करके एक्शन ले सकती है। साथ ही इसकी जानकारी भारत के साइबर सेल (cybercrime.gov.in) को भी दें।
वकील प्रिंस कुमार गुप्ता ने पत्रिका को बताया कि भारत में प्राइवेट वीडियो बनाना या लीक करना एक गंभीर अपराध है। ऐसे आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 354 सी और आईटी एक्ट (IT Act) के तहत मामला दर्ज होता है। साथ ही अन्य प्रकार की धारा केस की गंभीरता को देखकर लगाई जा सकती है। इसी आधार पर सजा भी दिया जा सकता है।
Published on:
10 Jul 2025 01:24 pm
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