सवाईमाधोपुर जिले के जोलंदा में महेशरा रपट पार कर रहे दादी पोता बनास नदी में बह गए। इसमें से पोते को ग्रामीणों ने बचा लिया, लेकिन दादी का पता नहीं चला।
सवाईमाधोपुर। खिरनी क्षेत्र के जोलंदा पंचायत के महेशरा रपट पर शुक्रवार को बनास नदी में अचानक पानी बढ़ने से एक दादी-पोता बह गए। घटना के दौरान मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने पोते को सुरक्षित निकाल लिया, लेकिन 65 वर्षीय दादी रतनी देवी का कोई सुराग नहीं मिला।
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, धनस गुर्जर और उनकी मां रतनी देवी, जो रामकरण गुर्जर की पत्नी हैं, अपने पोते कमल गुर्जर के साथ लोरवाडा से डूंगरी गांव जा रहे थे। वे मोटरसाइकिल से नदी पार करने लगे थे। पानी का बहाव अचानक तेज हो गया और धनस पहले ही मोटरसाइकिल से उतर गए थे। इसके बाद कमल और उनकी दादी रतनी देवी मोटरसाइकिल के साथ पानी में बह गए।
मौके पर मौजूद ग्रामीणों तुरंत बचाने के लिए दौड़े और कमल को सुरक्षित निकाल लिया। वहीं, रतनी देवी को पानी में बहते हुए बचाया नहीं जा सका। ग्रामीणों ने तुरंत इसकी सूचना सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ को दी। इसके बाद दोनों एजेंसियों की टीमों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। पानी का बहाव तेज होने और रात के समय के कारण खोज अभियान में दिक्कतें आईं।
स्थानीय प्रशासन ने बताया कि नदी के इस हिस्से में अचानक बढ़ते जल स्तर से नदी पार करना बेहद खतरनाक हो गया है। घटना के बाद ग्रामीणों ने लोगों से चेतावनी दी है कि बारिश और नदी में बढ़ते पानी के दौरान किसी भी हाल में पार न करें।
एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस की टीमें शाम तक सर्च ऑपरेशन जारी रखीं, लेकिन रतनी देवी का कोई सुराग नहीं मिला। प्रशासन ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे नदी के किनारे सतर्क रहें और जल स्तर पर नजर रखें। घटना से इलाके में शोक और चिंता की लहर फैल गई है।