UP Politics: जाति आधारित रैलियों के प्रतिबंध पर सपा सांसद इकरा हसन ने निशाना साधा। उन्होंने इसे तानाशाही आदेश बताया। जानिए पूरा मामला क्या है?
UP Politics: यूपी में जाति आधारित रैलियों और वाहनों पर जाति के उल्लेख पर प्रतिबंध लगाए जाने से सियासत तेज होती नजर आ रही है। इस फैसले पर प्रदेश सरकार की आलोचना कैराना से समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन ने की। उन्होंने इस फैसले को तानाशाही आदेश बताया।
समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन ने कहा कि यह एक तानाशाही आदेश है जो यूपी सरकार लोगों पर थोप रही है। ये उनकी घबराहट को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इस समय कोई भी समुदाय या समूह सरकार से खुश नहीं है। हमारे देश की संस्कृति और सुंदरता के खिलाफ ये नियम हैं।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए इकरा हसन ने कहा कि भारत 'विविधता में एकता' के लिए जाना जाता है। ऐसे आदेश इस देश में जारी करने से कई लोगों की भावनाएं आहत होंगी, जिसका कड़ा विरोध हम करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि PDA उत्तर प्रदेश में तेजी से बढ़ रहा है।
'आई लव मुहम्मद' नारे पर सपा की सांसद इकरा हसन ने कहा कि यूपी में मौजूदा सरकार संविधान और देश के नागरिकों के अधिकारों से अनजान लगती है। उन्होंने कहा, ''हम समझ नहीं पा रहे हैं कि यहां किस तरह की कानून व्यवस्था चल रही है। आलोचना तो समझ में आती है, लेकिन अगर कोई किसी त्योहार के दौरान अपने धर्म के बारे में कुछ अच्छा कहें, पैगम्बर की तारीफ करें, तो ऐसी चीजों का विरोध करना अस्वीकार्य है।''