mp news: 35 किमी. की सड़क का निर्माण 30 करोड़ रूपये की लागत से हुआ था, करीब 100 गांव सड़क से जुड़े हुए हैं...।
mp news: मध्यप्रदेश में एक और सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। इस बार मामला श्योपुर जिले का है जहां प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत श्योपुर से ढोढर चंबल केनाल रोड पर बनी 35 किमी. की सड़क गुणवत्ताविहीन होने के कारण निर्माण के बाद से ही उखड़ने लगी थी। जगह-जगह डामर उखड़ने के साथ सड़क धंसने और गड्ढे होने से अब यह सड़क बदहाल हो गई है। यही वजह है कि इस सड़क पर आए दिन हादसे हो रहे हैं। खास बात तो यह है कि सड़क गारंटी पीरियड में है इसके बावजूद इसके मेंटेनेंस की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
लगभग 30 करोड़ रुपए की लागत से बनी श्योपुर-ढोढर चंबल केनाल सड़क अनगिनत जगहों पर धंस गई है। सड़क निर्माण के बाद से ही इस मार्ग पर श्यामपुर, विजयपुर, मुरैना, सबलगढ़ की और जाने वाले वाहनों का ट्रैफिक भी बढ़ गया था, लेकिन अब रोड पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं तो वहीं कुछ कदम चलने के बाद ही सड़क से डामर उखड़ी दिखाई दे रही है। सड़क निर्माण के दौरान गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखे जाने के कारण कई प्वाइंटों पर सड़क किनारे की मिट्टी धंसक गई है, जिससे बड़े हादसों की संभावना बनी हुई है। इस सड़क मार्ग से हजारों एक हजार से अधिक दो पहिया, चार पहिया वाहनों के साथ सैकड़ों यात्री बसें व भारी वाहनों की भी आवाजाही बनी रहती है, लेकिन सड़क मार्ग पर बने गड्ढे वाहन चालकों के लिए दुखदायी बने हुए है। हालांकि, 30 करोड़ की सड़क अभी गारंटी पीरियड में है, लेकिन इसके बावजूद भी इस मार्ग के गड्ढों को भरवाया जा रहा है और न ही सड़क किनारे धंसी सड़क का मेंटेनेंस हो पा रहा है।
श्योपुर से ढोढर चंबल केनाल सड़क मार्ग से लगभग एक सैकड़ा गांव जुड़े हुए है। यही वजह है कि, इस मार्ग से प्रतिदिन हजारों की संख्या में वाहनों की आवाजाही बनी रहती है। सलापुरा, बर्धा, कलारना, ढेंगदा, अजनोई, गिरधरपुर, झरेर, डाबली, फूलदा, लाडपुरा, दुर्गापुरी, सेमल्दा, तिल्लीडेरा, क्यारपुरा के साथ ही एक सैंकड़ा गांवों को जोड़ती है, लेकिन निर्माण के साथ ही सड़क की बदहाली ग्रामीणों के लिए परेशानी का कारण बन गई है। सीईओ जिला पंचायत श्योपुर रूपेश उपाध्याय का कहना है कि यदि सड़क में गड्ढे हो गए है और गारंटी पीरियड में ही सड़क उखड़ गई है तो इस संबंध में पीएमजीएसवाय के अधिकारियों से जानकारी ली जाएगी, और मरम्मत के लिए उन्हें निर्देशित किया जाएगा।