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बड़ी खबर, सिविल सर्जन के मुंह पर ‘कालिख’ पोती, जय भवानी, जय शिवाजी के नारे लगाए, FIR

Sidhi News: एमपी के सीधी जिले का मामला, जिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं को लेकर दिखा आक्रोश...

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Nov 03, 2025
Sidhi Breaking News: जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. एसबी खरे के मुंह पर कालिख पोतते दिखे शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष। (फोटो: पत्रिका)

Sidhi News: सीधी जिले से चौंकाने वाली खबर आई है। यहां जिला अस्पताल मे व्याप्त अव्यवस्थाओं और निजी मेडिकल प्रेक्टिस करने के विरोध में शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष ने सिविल सर्जन के मुंह पर काली स्याही पोत दी। घटना का वीडियो भी सामने आया है। कालिख पोतने के इस मामले में सिविल सर्जन ने FIR दर्ज करवाई है। जिसके बाद पुलिस एक्शन मोड में नजर आई।

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ये है मामला

जानकारी मिल रही है किसीधीजिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं के कारण आए दिन मरीजों और उनके परिजोनों को यहां मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। अव्यवस्थाओं से आहत होकर इनके विरोध में शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक पांडेय ने सिविल सर्जन डॉ. एस.बी. खरे के मुंह पर कालिख पोत दी। बताया जा रहा है कि खरे ने उनके निजी संस्थान में जाकर चिकित्सीय अव्यवस्था को लेकर यह कदम उठाया। इस दौरान विवेक पांडेय और उनके समर्थक जय भवानी और जय शिवाजी के नारे लगाते नजर आए।

सिविल सर्जन बोले मेरी आंख में चला गया...

कालिख पोतने के दौरान सिविल सर्जन डॉ. एस.बी. खरे ने विवेक से कहा कि मेरी आंख में चला गया। तो उन्होंने कहा कपड़े से पोंछ लो, पानी लाओ। वीडियो में विवेक सर्जन से यह भी कहते सुनाई दे रहे हैं कि आप आए इसलिए दुखी हैं..। इसके बाद शिवसेना उपाध्यक्ष और समर्थक नारेबाजी की करते भी नजर आए।

सिविल सर्जन ने दर्ज कराई FIR

Sidhi Breaking FIR Filed

मामले में सिविल सर्जन खरे ने शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक पांडेय के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। एमपी पुलिस ने बीएनएस की अलग-अलग 7 धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। शिकायत दर्ज होते ही पुलिस एक्शन में नजर आई। पुलिस विवेक पांडेय को पूछताछ के लिए थाने ले गई है।

विवेक पांडेय ने जिला कलेक्टर को भी लिखा था पत्र

Shivsena letter to collector sidhi

इसमें उन्होंने जिले के सरकारी डॉक्टरों के निजी क्लीनिक और अस्पतालों में सेवाएं देने का विरोध जताते हुए शिवसेना की जिला इकाई ने एक पत्र जिला कलेक्टर को सौंपा था। 28 अक्टूबर को कलेक्टर को दिए गए इस पत्र में लिखा था कि, शासकीय अस्पतालों में अपनी सेवाओं के दायित्वों का निर्वहन करने के बजाय वे निजी क्लीनिकों और अस्पतालों में डॉक्टरी कर रहे हैं। ये कार्य शासकीय सेवा नियमों का उल्लंघन है, क्योंकि आमजन के साथ सीधा अन्याय है, मरीजों को समय पर उपचार नहीं मिल रहा और इसके गंभीर परिणाम भी सामने आते हैं। शिवसेना जिला इकाई की ओर से प्रशासन से मांग की गई कि ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ शासकीय कार्रवाई की जाए। जिला अस्पतालों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए।

जनआंदोलन की दी थी चेतावनी

यही नहीं इस पत्र में शिवसेना जिला इकाई ने जनआंदोलन की चेतावनी भी दी थी। जिसके लिए इस पत्र में लिखा गया था कि, शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो, शिवसेना सीधी द्वारा प्रशासनिक कार्यालयों के समक्ष जनआंदोलन किया जाएगा।

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Updated on:
03 Nov 2025 04:52 pm
Published on:
03 Nov 2025 12:45 pm
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