Khatu Shyam Ji: राजस्थान में धार्मिक पर्यटन का हब बन चुके खाटूश्यामजी को अब ग्रीन और क्लीन सिटी के तौर पर विकसित करने की प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है।
सीकर। राजस्थान में धार्मिक पर्यटन का हब बन चुके खाटूश्यामजी को अब ग्रीन और क्लीन सिटी के तौर पर विकसित करने की प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है। राजस्थान पत्रिका में पिछले दिनों खाटूश्यामजी की प्रमुख समस्याओं को फोकस करते हुए विशेष पेज प्रकाशित हुआ था। इसके बाद प्रशासन ने पहले खाटूश्यामजी के अटके हुए प्रोजेक्टों को आगे बढ़ाया। इसके बाद खाटूश्यामजी में सुविधा विस्तार की दिशा में कदमताल की है।
जिला कलक्टर मुकुल शर्मा की अध्यक्षता में बुधवार को मुख्यमंत्री बजट घोषणा के तहत केंद्र की स्मार्ट सिटी योजना की तर्ज पर खाटूश्यामजी शहरी क्षेत्र को क्लीन, ग्रीन एंड इको सिटी के रूप में विकसित करने के लिए कलक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित हुई। बैठक में खाटूश्यामजी के शहरी क्षेत्र को पर्यावरण अनुकूल और आधुनिक शहर के रूप में विकसित करने के लिए विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई।
खाटूश्यामजी में सुविधा विस्तार को लेकर हुई बैठक में माना कि कस्बे के कई क्षेत्रों में ड्रेनेज सिस्टम हांफ रहा है। इससे श्याम भक्तों के साथ स्थानीय लोगों को भी काफी परेशानी होती है। इस पर जिला कलक्टर ने यहां के ड्रेनेज सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। वहीं बैठक में शामिल सदस्यों ने माना कि पार्किंग स्टैण्ड अलग-अलग जोन में डवलप होने से जाम की समस्या से राहत मिल सकेगी। इसके अलावा मॉडल बस स्टैंड से भक्तों की राहें आसान होगी।
बैठक में पार्किंग स्थल, मॉडल बस डिपो, ड्रेनेज सिस्टम, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, लाईन शिफ्टिंग, रिंग रोड निर्माण और नगरपालिका खाटूश्यामजी को नगर परिषद में क्रमोन्नत करने का प्रस्ताव भिजवाने सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा।
बैठक में पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता जेपी यादव, एसडीएम दांतारामगढ़ मोनिका सामोर, अधिशाषी अधिकारी प्रवीण, श्याम मंदिर कमेटी अध्यक्ष पृथ्वी सिंह चौहान, प्रबंधक संतोष शर्मा, भानु प्रकाश, अधिशाषी अभियंता महिपाल सिंह देवंदा, अधिशाषी अभियंता अनीता, अतिरिक्त सीएमएचओ डॉ. हर्षल चौधरी सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों ने भी कई सुझाव दिए।