Paddy Procurement: सुकमा–कुकानार जिले में धान खरीदी व्यवस्था में अव्यवस्थाओं के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी ने किसानों के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग-30 पर चक्काजाम किया।
Paddy Procurement: सुकमा/कुकानार जिले में धान खरीदी व्यवस्था को लेकर किसानों का आक्रोश अब सडक़ों पर दिखाई देने लगा है। धान खरीदी केंद्रों में व्याप्त अव्यवस्थाओं और अनियमितताओं के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी ने किसानों के साथ मिलकर बड़ा आंदोलन किया। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हरीश कवासी के नेतृत्व में तोंगपाल से कोंटा तक राष्ट्रीय राजमार्ग-30 पर जगह-जगह चक्का जाम किया गया, जिससे घंटों तक यातायात पूरी तरह ठप रहा।
चक्का जाम के कारण राहगीरों, यात्रियों और मालवाहक वाहनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। आंदोलन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और किसानों ने मौजूदा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और धान खरीदी में आ रही समस्याओं को लेकर सरकार तथा जिम्मेदार अधिकारियों से तत्काल समाधान की मांग की। कांग्रेस नेताओं का कहना था कि वर्ष 2025-26 की धान खरीदी को लेकर सरकार ने जो वादे किए थे, जमीनी हकीकत उनसे बिल्कुल विपरीत है।
जिले के लगभग सभी धान खरीदी केंद्रों में नियमों का पालन सही ढंग से नहीं हो रहा है, जिसके चलते किसानों को बार-बार खरीदी केंद्रों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं और उन्हें आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। आंदोलन में धान खरीदी केंद्रों की प्रमुख समस्याओं को उजागर किया गया। कांग्रेस नेताओं ने बताया कि दोरनापाल सहित कई केंद्रों में प्रतिदिन धान खरीदी की सीमा केवल 427 क्विंटल निर्धारित की गई है, जबकि क्षेत्र में किसानों की संख्या और उत्पादन इससे कहीं अधिक है।
कम सीमा के कारण सैकड़ों किसान कई दिनों तक लाइन में खड़े रहने को मजबूर हैं। मजबूरी में कई किसानों को अपना धान खुले बाजार में औने-पौने दाम पर बेचना पड़ रहा है। कांग्रेस और किसानों ने प्रतिदिन की खरीदी सीमा तत्काल बढ़ाने की मांग की।
Paddy Procurement: प्रति एकड़ धान खरीदी की सीमा को लेकर भी किसानों में भारी नाराजगी है। वर्तमान में प्रति एकड़ केवल 12 क्विंटल धान खरीदा जा रहा है, जबकि किसानों का कहना है कि आधुनिक खेती और बेहतर पैदावार के बावजूद उन्हें वास्तविक उत्पादन के अनुरूप लाभ नहीं मिल पा रहा है। किसानों और कांग्रेस पार्टी ने प्रति एकड़ धान खरीदी सीमा को बढ़ाकर 21 क्विंटल किए जाने की मांग की है। इसके साथ ही एग्रिस्टेक और गिरदावारी से जुड़ी गंभीर गड़बड़ियों का मुद्दा भी आंदोलन के दौरान प्रमुखता से उठाया गया।
कांग्रेस प्रवक्ता मोहम्मद हुसैन ने कहा कि सरकार एक ओर किसानों से पूरी धान खरीदी का दावा कर रही है, वहीं दूसरी ओर रकबा कम कर और वन पट्टा धारकों से धान नहीं खरीदकर किसानों को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसानों की समस्याओं का शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो कांग्रेस पार्टी किसानों के हित में आंदोलन को और तेज करेगी।