Job fraud: ठगी का दूसरे आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस, पहले वन विभाग में फिर हॉस्टल अधीक्षक के पद पर नौकरी लगाने का दिया था झांसा
बिश्रामपुर। नौकरी दिलाने के नाम पर एक युवक से 8 लाख 9 हजार रुपए ठगी (Job fraud) के मामले में बिश्रामपुर पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरा आरोपी फरार है। दरअसल आरोपियों ने पहले वन विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर युवक से रुपए ऐंठे थे। नौकरी नहीं लगने पर आरोपियों ने कहा कि अब उसकी हॉस्टल अधीक्षक के पद पर नौकरी लगवा देंगे। इसके बाद उससे 3 लाख 70 हजार और रुपए लिए थे। इसके बाद भी नौकरी नहीं लगवाई। ठगी का एहसास होने पर युवक ने 3 दिन पहले मामले की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई थी।
इस संबंध में बिश्रामपुर पुलिस ने बताया कि पहले वन विभाग व बाद में हॉस्टल अधीक्षक के पद पर नौकरी लगवाने के नाम पर नगर पंचायत शिवनंदनपुर निवासी 32 वर्षीय हमीद अहमद पिता स्व. वाहीद अहमद से 8 लाख 9 हजार रुपए की ठगी (Job fraud) की गई थी। ठगी की वारदात बलरामपुर जिले के राजपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बूढ़ा बगीचा निवासी 55 वर्षीय संतोष सिंह द्वारा एक साथी रामेश्वर प्रसाद के साथ मिलकर की गई थी।
आरोपी संतोष सिंह ने पीडि़त युवक से कहा था कि उसने कई लोगों की नौकरी लगवाई है, उसकी भी लगवा देगा। पुलिस ने बताया कि हमीद अहमद ने लिखित शिकायत दी थी कि राजपुर निवासी संतोष सिंह और उसके साथी बिश्रामपुर निवासी रामेश्वर प्रसाद ने वर्ष 2022 में उसे वन विभाग व हॉस्टल अधीक्षक पद पर नौकरी लगवाने का झांसा (Job fraud) दिया था।
भरोसा दिलाने के बाद दोनों ने अलग-अलग किस्तों में 8 लाख 9 हजार रुपए ले लिए, लेकिन न तो नौकरी मिली और न ही पैसा वापस किया गया। रामेश्वर प्रसाद सीआरपीएफ का जवान बताया जा रहा है।
शिकायत (Job fraud) पर पुलिस ने धारा 420, 34 के तहत अपराध दर्ज कर संतोष सिंह को उसके निवास राजपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में फरार आरोपी सीआरपीएफ जवान रामेश्वर प्रसाद की तलाश जारी है। कार्रवाई में बिश्रामपुर थाना प्रभारी प्रकाश राठौर, सहायक उपनिरीक्षक अविनाश सिंह, प्रधान आरक्षक नवीन सिंह, आरक्षक अखिलेश पांडेय व अन्य पुलिसकर्मी सक्रिय रहे।