सक्रिय हुए मानसून के इस दौर के बीच, जहां बनास नदी में पानी की आवक तेज हो गई है, वहीं इस पर बने प्रमुख बीसलपुर बांध से पानी की निकासी की रफ्तार भी कई गुना बढ़ चुकी है।
Bisalpur Dam: मानसून का दूसरा चरण असर दिख रहा है। सक्रिय हुए मानसून के इस दौर के बीच, जहां बनास नदी में पानी की आवक तेज हो गई है, वहीं इस पर बने प्रमुख बीसलपुर बांध से पानी की निकासी की रफ्तार भी कई गुना बढ़ चुकी है। पिछले दिनों मंद पड़े मानसून के बीच, बीसलपुर बांध से पानी की निकासी की रफ्तार 300 क्यूसेक तक थी। इसे लगभग 8,500 लीटर प्रति सैकंड के बराबर माना जा सकता है।
वर्तमान में बांध के 6 गेट खोले गए हैं और प्रति सैकंड लगभग लगभग 2,042,210 लीटर पानी की निकासी हो रही है। 6 दिन में निकासी की रफ्तार 240 गुना तक बढ़ गई है। बारिश के बीच बीसलपुर बांध से पानी की निकासी और त्रिवेणी स्तर में तेजी दर्ज की गई है।
जल प्रवाह में अचानक वृद्धि के कारण प्रशासन ने डाउनस्ट्रीम स्थित गांवों को अलर्ट जारी किया है। 18 अगस्त को सुबह 6 बजे त्रिवेणी स्तर 2.50 मीटर था और केवल गेट नंबर 09 से 300 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। 23 अगस्त को त्रिवेणी स्तर बढ़कर 4.00 मीटर हो गया। शनिवार दोपहर 12 बजे बाद से ही 72,120 क्यूसेक पानी की निकासी चल रही है।
बांध प्रशासन के अनुसार जल निकासी पूरी तरह नियंत्रित तरीके से की जा रही है। डाउनस्ट्रीम क्षेत्रों के लोगों को सतर्क रहने के लिए चेताया है। भारी मानसून के चलते जलस्तर बढ़ा है और गेट खोलकर सुरक्षित जल निकासी सुनिश्चित की जा रही है।
बीसलपुर बांध के एक्सईएन मनीष बंसल ने बताया कि बांध का जलस्तर 315.50 आरएल मीटर पर मेंटेन करते हुए पानी छोड़ा जा रहा है। पानी की आवक तेज होने के साथ ही इसे डिस्चार्ज किए जाने की रफ्तार भी बढ़ गई है। त्रिवेणी इस समय 4.00 मीटर के बहाव से उफान पर है।
कुल डिस्चार्ज: 72,120 क्यूसेक
प्रति सैकंड डिस्चार्ज : लगभग 2,042,210 लीटर पानी