उदयपुर जिले के कुराबड़ क्षेत्र में लगातार दूसरे दिन पैंथर के घर में घुसने से दहशत फैल गई। ग्रामीणों की सूझबूझ और हिम्मत से पैंथर को सुरक्षित पकड़कर वन विभाग ने रेस्क्यू किया।
कुराबड़ (उदयपुर)। जिले के कुराबड़ क्षेत्र में रविवार को लगातार दूसरे दिन पैंथर के घर में घुसने की घटना सामने आई। वसू पंचायत के रूणिचा गांव में जब लोग खेतों में काम कर रहे थे, तभी पैंथर वहां आ गया। ग्रामीणों ने शोर मचाकर उसे भगाने की कोशिश की तो वह एक कच्चे घर में जा घुसा, जिससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई।
हालांकि एक बुजुर्ग ने हिम्मत दिखाते हुए बाहर से दरवाजे की कुंडी लगा दी, जिससे पैंथर घर के अंदर ही कैद हो गया। बाहर मकान मालिक सहित अन्य ग्रामीण लाठियां लेकर रखवाली करते रहे। सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और करीब 4 घंटे बाद पैंथर को रेस्क्यू कर साथ ले गई। इसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
गौरतलब है कि एक दिन पहले बेमला गांव के आडातलाई फले में भी पैंथर घर में घुस गया था। उस दौरान पैंथर के हमले में मां-बेटा घायल हो गए थे। बाद में पैंथर को रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा गया था। ग्रामीणों ने बताया कि रविवार सुबह शिकार की तलाश में पैंथर खेतों में आ गया था। वहां फसल कटाई कर रहे लोगों की ओर लपका, जिससे अफरा-तफरी मच गई।
आबादी क्षेत्र में पैंथर के घुसते ही गांव में हड़कंप मच गया। पैंथर भंवरलाल मीणा के कच्चे मकान में घुस गया, जबकि बुजुर्ग समीप के पक्के कमरे में थे। उन्होंने साहस दिखाते हुए उस कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया, जिसमें पैंथर छिपा हुआ था।