CM Mohan Yadav - 'हमारी सरकार किसान हितैषी सरकार है। किसान खून-पसीना एक कर कड़ी मेहनत से फसलें पैदा करता है।
CM Mohan Yadav - 'हमारी सरकार किसान हितैषी सरकार है। किसान खून-पसीना एक कर कड़ी मेहनत से फसलें पैदा करता है। यदि प्राकृतिक कारणों से फसल खराब होती है तो उनकी मदद करना हमारा दायित्व है।' मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को उज्जैन के तराना तहसील में आयोजित राहत राशि वितरण समारोह को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं। इस मौके पर उन्होंने दो जिलों के किसानों के लिए 403 करोड़ रुपए की राहत राशि अंतरित की। सीएम मोहन यादव ने किसानों को भरोसा दिलाया कि किसी भी कारण से फसलों की क्षति होने पर सहायता दी जाएगी। उन्होंने अनेक विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि किसानों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। सोलर पम्प लगाने पर अब किसानों को केवल प्रोजेक्ट लागत की 10 प्रतिशत राशि ही देना होगी, शेष राशि सरकार द्वारा दी जाएगी। सोलर पम्प लगाने के बाद किसानों को बिजली बिल से मुक्ति मिलेगी।
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सीएम मोहन यादव ने कहा कि जहरीले रासायनिक खाद और दवाइयों की बजाय किसानों को प्राकृतिक व जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा सम्मान निधि भी दी जा रही है। सरकार का उद्देश्य है कि किसानों की आय बढ़े और वे आर्थिक रूप से मजबूत हों।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 31 करोड़ रुपए की लागत के 30 कार्यों का भूमि पूजन और लोकार्पण किया। इसमें 14 करोड़ रुपए के 21 कार्यों का लोकार्पण और करीब 17 करोड़ रुपए की लागत के 9 कार्यों का भूमिपूजन किया।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने दो जिलों के किसानों को खासी राहत दी। उन्होंने अतिवृष्टि से हुई फसल क्षति के लिए आगर-मालवा और उज्जैन जिले के किसानों के लिए कुल 403 करोड़ रुपये की राहत राशि अंतरित की। इनमें आगर मालवा जिले के किसानों को 138 करोड़ रुपए और उज्जैन जिले के किसानों को 265 करोड़ रुपए की राहत राशि प्राप्त हुई।
सीएम मोहन यादव ने बताया कि तराना को शाजापुर से जोड़़ने के लिए नई सड़क बनेगी, वहीं अब आगर रोड़ से तराना सीधे जुड़ेगा। उन्होंने गैस रिफिलिंग की सहायता राशि भी सिंगल क्लिक से अंतरित की। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तराना में आईटीआई के लोकार्पण पर बधाई भी दी।