Home guard burnt to death उन्नाव में हुई हृदयविदारक घटना में एक होमगार्ड की जिंदा जलकर मौत हो गई। जिसने भी सुना उसके रोंगटे खड़े हो गए। होमगार्ड देर रात ड्यूटी करके अपने घर आया था। घर में कोहराम मचा है।
Home guard burnt to death उन्नाव में होमगार्ड की आग में जिंदा जलकर मौत हो गई। घटना के समय देर रात ड्यूटी करके वह अपने घर आया था। जहां पंखा चालू करके सो गया। रात में जब धुएं और आग की तपिश से नींद खुली तो अपने आप को आग की लपटों से घिरा पाया। भागने की कोशिश की। लेकिन सफलता नहीं मिली। चिल्लाना शुरू किया तो लोगों ने किसी प्रकार दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला। आनन-फानन सीएचसी लेकर गए। जहां गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टर ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल में डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। पत्नी और बेटियों का रो-रो कर बुरा हाल है। पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना पुरवा कोतवाली क्षेत्र की है।
उत्तर प्रदेश के उन्नाव के पुरवा कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत हबूसा गांव निवासी 33 वर्षीय ओम शंकर पुत्र किशन रात में ड्यूटी करके वापस आया था। घर में पंखा चला कर सो गया। इसी बीच शॉर्ट सर्किट से कमरे में आग लग गई। देखते-देखते कमरा आग की लपटों से भर गया। जिसकी गर्माहट से ओमशंकर की नींद खुली।
अपने आप को आग की लपटों से घिरा देख ओम शंकर परेशान हो गया। अपने आप को बचाने की भरपूर कोशिश की। चिल्लाकर घर वालों को बुलाया। कड़ी मुस्क्कत के बाद कमरे का दरवाजा खोला गया। तब तक ओम शंकर काफी जल चुका था। उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल कर दिया। जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। ओम शंकर की मौत से पत्नी और दो बेटियों का रो-रोकर बुरा हाल था।
घर वालों ने बताया कि ओम शंकर के पिता किशन पुरवा कोतवाली में होमगार्ड थे। पिता की मृत्यु के बाद मृतक आश्रित कोटे से नौकरी मिली थी। अब तक उसकी 5 साल की नौकरी हो चुकी थी। जिसकी पत्नी सरोजिनी के साथ दो बेटियां रितिक और नैना है। पुरवा कोतवाली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इंस्पेक्टर अमरनाथ यादव ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।