Guru Nanak Jayanti: 14 भारतीय हिंदुओं को पाकिस्तान में एंट्री नहीं दी गई। क्या है पूरा मामला? आइए जानते हैं।
गुरु नानक देव जी की 556वीं जयंती के अवसर पर 14 भारतीय हिंदू तीर्थयात्रियों के साथ कुछ ऐसा हुआ जिससे उन्हें काफी निराशा हुई। दरअसल ये सभी तीर्थयात्री पाकिस्तान के ननकाना साहिब जाने वाले सिखों के एक ग्रुप के साथ यात्रा कर रहे थे। जब ये लोग वाघा बॉर्डर पर पहुंचे, तब अन्य सिख तीर्थयात्रियों को तो एंट्री दे दी गई, लेकिन इन 14 भारतीय हिंदू तीर्थयात्रियों को ऐसा करने की अनुमति नहीं दी गई।
14 भारतीय हिंदू तीर्थयात्रियों को पाकिस्तानी अधिकारियों ने धर्म के आधार पर एंट्री नहीं दी। पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा, "तुम सिख नहीं हो, इसलिए तुम नहीं जा सकते।"
इन 14 तीर्थयात्रियों ने वीज़ा और अन्य औपचारिकताएं भी पूरी कर ली थी, लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तानी रेंजर्स और इमीग्रेशन अधिकारियों ने उन्हें बस से उतार दिया और आगे नहीं जाने दिया। अधिकारियों ने उनके दस्तावेजों में लिखे धर्म के आधार पर उन्हें पाकिस्तान में एंट्री नहीं दी और कहा, "तुम हिंदू हो। अपने मंदिरों में जाकर दर्शन करो।"
भारत में इस मामले का विरोध हो रहा है। भारतीय अधिकारियों ने इसे भेदभावपूर्ण करार देते हुए गुरु नानक जी की शिक्षा के खिलाफ बताया है। सोशल मीडिया पर भी #BoycottPakistan ट्रेंड कर रहा है।