Hate Speech Against Women: डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव में जीतने के बाद देश में महिलाओं के खिलाफ हेट स्पीच बढ़ गई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव (US Presidential Elections) में डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को बड़ी जीत हासिल हुई है। ट्रंप 20 जनवरी, 2025 को अमेरिका (United States Of America) के 47वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे। ट्रंप की शपथ ग्रहण का कार्यक्रम अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डी.सी. (Washington D.C.) में स्थित अमेरिकी कैपिटल बिल्डिंग (US Capital Building) में होगा। ट्रंप की जीत से उनके परिवार, पार्टी के सदस्यों और समर्थकों में खुशी का माहौल है। हालांकि बड़ी संख्या में अमेरिकी महिलाएं ट्रंप की जीत से खुश नहीं हैं।
दरअसल ट्रंप महिलाओं के कुछ अधिकारों के पक्ष में नहीं हैं, जिनमें अबॉर्शन मुख्य रूप से शामिल है। ट्रंप और उनके समर्थकों का मानना है कि अबॉर्शन पेट में पल रहे बच्चे की हत्या करना है। हालांकि महिलाएं इसे इस रूप में नहीं देखती हैं। अबॉर्शन को महिलाएं एक मूल अधिकार के रूप में देखती हैं और मानती हैं कि यह उनके स्वास्थ्य से जुड़ा एक अधिकार है और अपने शरीर के बारे में फैसला लेने का हक सिर्फ उन्हें ही होना चाहिए। ट्रंप की पार्टी के कई सीनेटर्स ने देशभर में अबॉर्शन पर बैन लगाने की इच्छा जाहिर की है और कुछ राज्यों में तो यह बैन है भी। ऐसे में महिलाओं ने "माय बॉडी, माय चॉइस" (My Body, My Choice) स्लोगन के ज़रिए यह साफ कर दिया था कि उनके शरीर से जुड़े फैसले लेने का हक सिर्फ उन्हें ही होना चाहिए। लेकिन अब ट्रंप के सत्ता में लौटने पर इस स्लोगन पर महिलाओं के खिलाफ हेट स्पीच बढ़ रही है।
यह भी पढ़ें- महिला ने एक दिन में करवा ली 6 कॉस्मेटिक सर्जरी, दूसरे दिन हुई मौत
ट्रंप की जीत के बाद सोशल मीडिया पर निक फुएंटेस नाम के एक यूज़र ने लिखा, "यॉर बॉडी, माय चॉइस. फॉरएवर।" (Your body, My Choice. Forever.)यानी कि "तुम्हारा शरीर, मेरी मर्ज़ी। हमेशा। ऐसा कहते हुए इस यूज़र ने "माय बॉडी, माय चॉइस" स्लोगन पर निशाना साधा। इसके बाद तो सोशल मीडिया पर ट्रंप के समर्थकों ने इस ट्रेंड पर जमकर पोस्ट किए और महिलाओं के खिलाफ हेट स्पीच बढ़ाई। लोगों ने महिलाओं से यह तक कहा कि उनकी जगह रसोई में है और उन्हें ज़रूरत से ज़्यादा उड़ना नहीं चाहिए। ऐसे में महिलाओं ने भी ट्रंप और उनके समर्थकों के विरोध में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किए।
यह भी पढ़ें- भारत समर्थक मार्को रूबियो बन सकते हैं अमेरिका के नए विदेश मंत्री, डोनाल्ड ट्रंप की पहली पसंद