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इज़रायल ने दी हिज़बुल्लाह को चेतावनी, “साउथ लेबनान से बाहर निकलो नहीं तो..”

Israel-Hezbollah Conflict: इज़रायल और हिज़बुल्लाह के बीच भले ही सीज़फायर लागू हो गया है, लेकिन दोनों पक्षों में विवाद खत्म नहीं हुआ है। इसी सिलसिले में इज़रायल ने हिज़बुल्लाह को चेतावनी भी दी है।

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Naim Qassem and Benjamin Netanyahu

इज़रायल (Israel) और लेबनान (Lebanon) के आतंकी संगठन हिज़बुल्लाह (Hezbollah) के बीच एक साल से ज़्यादा समय तक चली जंग पर 27 नवंबर को सीज़फायर लागू कर दिया गया था। दोनों पक्षों के बीच समझौते के तहत युद्ध-विराम लगाया गया था। हालांकि सीज़फायर के बाद भी इज़रायली सेना ने कुछ मौकों पर लेबनान में एयरस्ट्राइक की, लेकिन पहले की तरह युद्ध अब खत्म हो चुका है। सीज़फायर लागू होने के बाद बड़ी संख्या में लोग अपने-अपने घर भी लौट गए। लेकिन इसी बीच इज़रायल ने हिज़बुल्लाह को बड़ी चेतावनी दी है।

"साउथ लेबनान से बाहर निकलो नहीं तो.."

इज़रायल के रक्षा मंत्रीं इज़रायल काट्ज़ (Israel Katz) ने आतंकी संगठन हिज़बुल्लाह को चेतावनी दी है और साउथ लेबनान से बाहर निकलने के लिए कहा है। काट्ज़ ने कहा है कि हिज़बुल्लाह को अपने सभी लड़कों को साउथ लेबनान से हटाना होगा। जब दोनों पक्षों के बीच सीज़फायर समझौता हुआ था, उसमें सबसे बड़ी शर्त यही थी कि हिज़बुल्लाह को साउथ लेबनान से हटना होगा। ऐसे में अब इज़रायली रक्षा मंत्री काट्ज़ ने कहा है कि हिज़बुल्लाह को अपने सभी लड़ाकों को लितानी नदी, जो साउथ लेबनान में है, से नॉर्थ की ओर भेजना होगा। अगर ऐसा नहीं होता, तो इज़रायल इसे सीज़फायर समझौते का उल्लंघन मानेगा और फिर से लेबनान में अपनी कार्रवाई शुरू कर देगा।

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इस दिन तक का दिया अल्टीमेटम

इज़रायली रक्षा मंत्रीं ने हिज़बुल्लाह को 26 जनवरी तक का अल्टीमेटम दिया है। काट्ज़ ने कहा है कि हिज़बुल्लाह को 26 जनवरी तक अपने सभी लड़ाके साउथ लेबनान में लितानी नदी से दूसरी तरफ नॉर्थ में भेजना होगा और ऐसा नहीं होने पर अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना पड़ेगा।

इज़रायल नहीं चाहता उल्लंघन

काट्ज़ ने साफ कर दिया कि उनका देश लेबनान से हुए सीज़फायर समझौते का उल्लंघन करना नहीं चाहता। इज़रायल चाहता है कि लेबनान और उसके बीच हुआ सीज़फायर समझौता बना रहे, लेकिन इसके लिए लेबनान को भी इस समझौते की शर्तों को मानना ज़रूरी है।

संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल ने की अपील

संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल ने भी इस मामले में अपील की है कि इज़रायल और लेबनान के बीच किसी भी पक्ष को ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए जिससे शांति भंग को। संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल ने इज़रायली सेना और हिज़बुल्लाह लड़ाकों से समय से पीछे हटने की भी अपील की है, जिससे फिर से जंग शुरू न हो।

इज़रायली सेना ने लेबनान में मचाई थी तबाही

इज़रायल और हिज़बुल्लाह के खिलाफ चल रही जंग के दौरान इज़रायली सेना ने लेबनान में तबाही मचा दी थी। पूरी जंग के दौरान इज़रायली सेना ने लेबनान में 12,500 ठिकानों पर हवाई हमले किए थे। इन हमलों के हज़ारों लोग मारे गए थे, जिनमें बड़ी संख्या में हिज़बुल्लाह आतंकी भी शामिल थे। इनमें लंबे समय का हिज़बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह (Hassan Nasrallah) भी मारा गया था। साथ ही हिज़बुल्लाह के कई ठिकाने भी तबाह हो गए थे, जिससे आतंकी संगठन को काफी नुकसान हुआ है।

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