मेटा ने अपनी एआई यूनिट में करीब 600 लोगों की छंटनी करने का फैसला लिया है। क्या है इस फैसले की वजह? आइए नज़र डालते हैं।
दुनियाभर में ही एआई यानी कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI – Artificial Intelligence) का इस्तेमाल तेज़ी से बढ़ रहा है। अलग-अलग सेक्टर्स में लोग अलग-अलग काम के लिए एआई का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में सभी बड़ी टेक कंपनियाँ भी एआई पर तेज़ी से काम कर रही है और इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए यूज़र्स को नई-नई सुविधाएं मुहैया करा रही हैं। इसी बीच एक बड़ी टेक कंपनी ने अपनी एआई यूनिट के काम करने वाले लोगों को बड़ा झटका दे दिया है।
मेटा (फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप की पैरेंट कंपनी) के रूप में जाना जाता है) ने अपनी एआई यूनिट में लगभग 600 नौकरियों की कटौती की घोषणा की है। यह कदम कंपनी की सुपरइंटेलिजेंस लैब्स के तहत लिया गया है, जो जून 2025 में गठित की गई थी।
मेटा का उद्देश्य अपनी एआई यूनिट को ज़्यादा लचीला और प्रभावी बनाना है, जिससे ग्लोबल एआई प्रतिस्पर्धा में मेटा तेज़ी से से आगे बढ़ सके।
◙ फेसबुक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिसर्च टीम - यह एआई टीम कंपनी की मूल एआई रिसर्च टीम है।
◙ प्रोडक्ट संबंधित एआई टीम - जो टीम कंपनी के प्रोडक्ट में एआई एकीकरण पर काम करती है।
◙ एआई इंफ्रास्ट्रक्चर टीम - जो टीम एआई हार्डवेयर और सिस्टम पर फोकस करती है।