कुछ समय पहले ही पैतोंगटार्न शिनावात्रा को थाईलैंड के पीएम की कुर्सी गंवानी पड़ी थी। अब उन्होंने अपनी पार्टी के अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे दिया है।
थाईलैंड (Thailand) और कंबोडिया (Cambodia) के बीच बॉर्डर विवाद के दौरान नैतिक उल्लंघन की वजह से पैतोंगटार्न शिनावात्रा (Paetongtarn Shinawatra) को पीएम की कुर्सी गंवानी पड़ी थी। थाईलैंड की संवैधानिक अदालत ने उन्हें उनके पद से हटा दिया था। करीब एक साल में ही शिनावात्रा का पीएम कार्यकाल खत्म हो गया। उनकी जगह अनुतिन चार्नविराकुल (Anutin Charnvirakul) को थाईलैंड का नया पीएम बनाया गया। अब शिनावात्रा ने एक बड़ा कदम उठाया है।
शिनावात्रा ने आज, बुधवार, 22 अक्टूबर को थाईलैंड की पॉपुलिस्ट फेउ थाई पार्टी (Pheu Thai Party) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। यह फैसला पार्टी की संरचना में व्यापक सुधारों की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है, जो आगामी चुनावों से पहले पार्टी को मजबूत बनाने के उद्देश्य से लिया गया है। शिनावात्रा ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि वह पार्टी की सदस्य बनी रहेंगी और फेउ थाई पार्टी और परिवार के सदस्य की प्रमुख के रूप में अपनी भूमिका निभाती रहेंगी।
शिनावात्रा, थाईलैंड के इतिहास की सबसे युवा पीएम हैं। सिर्फ 37 साल की उम्र में वह देश की पीएम बन गई थी। भले ही उनका कार्यकाल ज़्यादा लंबा नहीं चला, लेकिन देश के इतिहास में उनका नाम दर्ज हो गया।
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